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कोरोना संक्रमित भाजपा नेता का किया गया अंतिम संस्कार

धनबाद के भाजपा नेता सतीश सिंह का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. उन्हें बलियापुर के आमझर स्थित कोविड-19 श्मशान घाट पर उनके भतीजे ने मुखाग्नि दी. जिले में कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति का परिजनों की ओर से अंतिम संस्कार का यह पहला मामला है.

धनबाद: बीजेपी नेता सतीश सिंह के समर्थकों के आंदोलन के आगे आखिरकार प्रशासन को झुकना ही पड़ा. सतीश सिंह का शव कोरोना संक्रमित निकलने के बाद परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया. बालियापुर स्थित आमझर कोविड-19 श्मशान घाट में उनके भतीजे ने उन्हें मुखाग्नि दी. ऐसा पहली बार देखने को मिला जब संक्रमित व्यक्ति का उनके परिजनों ने अंतिम संस्कार किया हो.
भाजपा नेता सतीश सिंह का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. सतीश सिंह के समर्थकों के आंदोलन के बाद प्रशासन ने शव परिजनों को सौंपने का फैसला लिया. गुरुवार शाम को पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा गया. इस दौरान धनबाद विधायक राज सिन्हा, अन्य भाजपा नेता और समर्थक भी पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मौजूद थे. शव को पोस्टमार्टम हाउस से बलियापुर श्मशान घाट ले जाया गया. इस दौरान करीब 40 से 50 वाहनों से 200 की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक भी बलियापुर स्थित कोविड-19 श्मशान तक गए. हालांकि, श्मशान के अंदर महज 20 लोगों को ही अंदर जाने की आज्ञा दी गई. बाकी लोग बाहर खड़े रहे.
बता दें कि बुधवार को दिनदहाड़े बीजेपी नेता सतीश सिंह की गोली मारकर बाइक सवार अपराधियों ने हत्या कर दी थी. गुरुवार को जांच के बाद उनका शव संक्रमित पाया गया. सतीश सिंह के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर पीएमसीएच प्रबंधन ने पार्थिव शरीर देने से इंकार कर दिया था. इसके बाद केंदुआ, कुसतौर और गोधर में समर्थकों ने रोड जाम कर दिया था.
हालांकि इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस में उपस्थित स्वास्थ्यकर्मी ही पीपीई किट में नहीं थे. इसी आधार पर समर्थकों ने दबाव बनाया कि जब वे संक्रमित नहीं हो रहे और बिना पीपीई किट के पोस्टमार्टम कर सकते हैं तो अंतिम संस्कार क्यों नहीं किया जा सकता है. कुछ लोगों ने शव को पॉजिटिव होने पर ही संदेह जताया है. आखिरकार हंगामा बढ़ता देख शव परिजनों को सौंप दिया गया.