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कोरोना काल में संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों को सिविल सर्जन ने हटाया

कोरोना काल में संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों को सिविल सर्जन ने हटाया

कोरोना संक्रमण काल के दौरान संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों को मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन ने हटा दिया है. मामले की जानकारी मिलने पर उक्त स्वास्थ्यकर्मी सदर अस्पताल पहुंचे और जमकर हंगामा किया.
मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल मुजफ्फरपुर एक बार फिर अपनी कार्यप्रणाली को लेकर सवालों के घेरे में है. सिविल सर्जन ने संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों को पद से हटा दिया है.
कोरोना महामारी को देखते हुए सदर अस्पताल में संविदा के आधार पर स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली हुई थी. इस बहाली को लेकर धांधली के आरोप भी लगे थे. मामला के तूल पकड़ने पर डीएम ने जांच के आदेश दिये थे.
मामले की जांच चल ही रही थी. शुक्रवार को सिविल सर्जन ने आदेश जारी कर संविदा पर नियुक्त सभी कर्मियों को हटा दिया. नौकरी से हटाये जाने की जानकारी मिलते ही संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी सदर अस्पताल पहुंच गये और हंगामा करने लगे
वहीं, इस मामले पर सिविल सर्जन एस.के. चौधरी ने चुप्पी साध ली है. सिविल सर्जन ने पत्र जारी कर लिखा, ‘कोरोना संक्रमण कम हुआ है जिसके मद्देनजर बहाली को निरस्त किया जाता है’.
मालूम हो कि कोरौना महामारी को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देश पर पिछले दिनों जिला स्तर पर सिविल सर्जन के नेतृत्व में जिला स्वास्थ्य विभाग ने 780 पदों के लिए नियोजन किया था. जिनका नियोजन हुआ उन्हें सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक काम पर लगाया गया.
जानकारी के अनुसार इन कर्मियों का कार्यकाल जुलाई तक था. इस बीच बहाली के नाम पर रिश्वत लेने का ऑडियो वायरल होने के बाद गठित जांच कमेटी की अनुशंसा के आलोक में डीएम के आदेश पर सिविल सर्जन ने हटा दिया.*

*118 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का होगा निर्माण, बलिया-छपरा के बीच बनेगा महासेतु*

उत्तर प्रदेश से बिहार तक रोड कनेक्टिविटी और बेहतर करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 118 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी है. इसके बनने से यूपी और बिहार के कई खास इलाकों को बहुत फायदा पहुंचेगा. इसका कार्य दिसंबर से शुरू हो जाएगा.
सारण: उत्तर प्रदेश से बिहार की रोड कनेक्टिविटी और भी बेहतर करने के लिए लोगों को जल्द ही एक नए एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने वाली है. दरअसल बलिया से लेकर बिहार के छपरा तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी है कि सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी के प्रयासों से केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बलिया-छपरा एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दे दी है. इसका लाभ बिहार को भी मिलने वाला है. 118 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे फोर लेन बनेगा.
बता दें कि इस एक्सप्रेस-वे का इंतजार लोग लंबे समय से कर रहे थे. इसके बनने के बाद बलिया-छपरा तक का सफर तीन घंटों की अपेक्षा कम समय में तय कर लिया जाएगा. लोग इस एक्सप्रेस-वे का बहुत बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.
यह बाईपास छपरा के रिविलगंज से जुड़ेगा.दो सौ करोड़ की लागत से सात किलोमीटर लंबा बाईपास बनाने का काम रिविलगंज में जल्द शुरू होगा. माझी में जयप्रकाश सेतु से अलग एक पुल का निर्माण किया जाएगा. एनएचएआई के अफसरों की मानें तो इस परियोजना पर पांच हजार करोड़ रुपए की लागत आयेगी.
एक्सप्रेस-वे को लेकर बजट आवंटन हो गया है. यह एक्सप्रेस वे गाजीपुर से बलिया तक कुल चार तहसीलों से होकर गुजरेगा. इसमें गाजीपुर सदर मुहम्मदाबाद मऊ, बलिया के सदर और बैरिया तहसील, बिहार के छपरा और रिवीलगंज प्रखंड इस परियोजना में शामिल हैं.
आपको बता दें कि इसका काम दिसंबर से शुरू कर दिया जाएगा और इसे 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा. दोनों तरफ वातावरण का ख्याल रखते हुए पेड़ पौधे भी लगाए जाएंगे.*

*फोन कर मिलने बुलाया, हत्या कर शव को खेत में फेंका, आंख भी फोड़ी*

बिहार के कटिहार जिले में एक अधेड़ शख्स का शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया. पुलिस शव को बरामद कर मामले की छानबीन में जुट गई है.
कटिहार: बिहार के कटिहार जिला अंतर्गत आबादापुर थाना इलाके के डमडोलिया गांव के खेत में शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. शव की शिनाख्त पूर्व मुखिया प्रत्याशी मोहम्मद साफिक अली (50) रूप में हुई. घटना की सूचना मिलते ही कटिहार पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर हॉस्पिटल कटिहार भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक मोहम्मद साफिक को रात में किसी ने फोन कर बाहर बुलाया था. उसी समय से वे लापता थे. घरवाले इधर-उधर तलाश कर रहे थे. काफी खोजबीन के बाद गांव के बगल में ही पटवा के खेत में साफिक अली का शव पड़ा मिला. शव को देखने के बाद ग्रामीणों का कहना है कि उनकी पीटकर हत्या की गई है. साथ ही उनकी एक आंख भी फोड़ी गयी है. शरीर पर कई जख्म के निशान हैं. घटना के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
घटनास्थल से शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेज दिया गया है. मामले की छानबीन की जा रही है. अभी तक पीड़ित परिवार से किसी तरह का आवेदन नहीं मिला है. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. प्राथमिक जांच में यह हत्या का मामला लग रहा है.:- अनुपम कुमार, आबादपुर थानाध्यक्ष