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कदमा पुलिस द्वारा हत्या के मामले को लीपापोती करने के प्रयास में

जमशेदपुर: विगत दिनों कदमा थाना क्षेत्र के अनिल सुर पर लाईन में नवविवाहिता डाली साहू को मारपीट कर फांसी में लटका देने का मामला प्रकाश में आया है । लड़की के पिता अनिल साहू छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी ने 24 सितंबर को क़दमा थाना में प्राथमिकी दर्ज की जिस पर थाना के द्वारा किसी भी तरह का जांच नहीं किए जाने से मामला संदेहास्पद लग रहा है । जबकि 2019 में मृतक डाली साहू की शादी कदमा निवासी सोनू सिंह से हुआ । जानकार सूत्रों के अनुसार जब से शादी हुई उसके घरवालों के द्वारा लगातार लड़की को प्रताड़ित किया जा रहा था ,जिसकी सूचना डाली साहू के द्वारा मायके वालों को देते रहती थी ।सोनु सिंह जो खुद एक शराबी है उसके द्वारा पत्नी को हरेक वक्त मारा-पीटा जाता था और मायके वालों से रुपए मांगने का दबाव देते रहता था । कदमा थाना के द्वारा मामले का लीपापोती किए जाने के मामले की जानकारी आरक्षी उप महानिरीक्षक कोल्हान प्रमंडल,वरीय आरक्षी अधीक्षक एवं अध्यक्ष राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली को ज्ञापन भेजकर कदमा थाना के काली करतूतों का उजागर किया है और मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाए । अनिल साहू ने कहा कि इस मामले के प्रत्यक्षर्दशी मृतक की मामा मोहन साहू का जांच अधिकारी ने अब तक प्रर्दशन बयान नहीं लिया है। अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने झारखण्ड वाणी संवाददाता को बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या नहीं हत्या का मामला बनता है । जबकि कदमा थाना के द्वाराकांडसंख्या144/2020धारा304(B)/34 के तहत मामला दर्ज किया है जबकि इस कांड में स्वत: आइपीसी201,120बी का मामला बनता है । इससे साफ जाहिर होता है कि कदमा थाना के जांच अधिकारी इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश में लगे हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार मृतक की मां बेटी की फोटो लेकर थाना जाती है तो थाना के अधिकारी उस महिला को डांट फटकार कर भगा दिया जाता है । एक तरफ पुलिस के उच्च अधिकारियों के द्वारा थाना में जनमानस के साथ अच्छा र्वताव करने का सलाह देते हैं और दूसरी तरफ उन्हीं के कनिष्ठ अधिकारी आदेश को ठेंगा दिखाते हैं