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कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों के ऊपर हमला हुआ और यह कोशिश की जा रही है कि फाइनेंशली कांग्रेस पार्टी को पंगु बना दिया जाए- बन्ना गुप्ता

जमशेदपुर : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार पर पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में संवाददाता सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस कार्यालय तिलक पुस्तकालय बिष्टूपुर में आयोजित किया गया । जिसमें झारखंड सरकार के  मंत्री बन्ना गुप्ता ने संबोधित किया ।

संवाददाता सम्मेलन कार्यक्रम में  मंत्री बन्ना गुप्ता एवं प्रेस के साथियों का स्वागत जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने किया
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए  मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि 18वीं लोकसभा के आम चुनाव की घोषणा हो चुकी है, देश का हर एक नागरिक इस में भाग लेने के लिए उत्सुक है, भारत पूरी दुनिया में अपने लोकतंत्र मूल्यों एवं आदर्श के लिए जाना जाता है। किसी भी लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव अनिवार्य होता है। आपको मालूम ही होगा यह रिसेंटली किन-किन देशों में ऐसा हुआ है, तो यह सत्ताधारी दल द्वारा खतरनाक खेल खेला गया है। इसके दूरगामी प्रभाव होंगे पर यह स्पष्ट है कि इस तरीके से किसी राजनीतिक दल को असहाय बनाकर चुनाव लड़ने में बाधा उत्पन्न कर और फ्री एंड फेयर इलेक्शन कभी नहीं कहा जा सकता। लोकतंत्र के ऊपर किस प्रकार का खतरा मंडरा रहा है किस प्रकार से कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों के ऊपर हमला हुआ और यह कोशिश की जा रही है कि फाइनेंशली कांग्रेस पार्टी को पंगु बना दिया जाए। यह केवल कांग्रेस पार्टी के खातों पर नरेंद्र मोदी सरकार का हमला नहीं है, बल्कि भारत के लोकतंत्र पर हमला है, अगर प्रमुख विपक्षी पार्टी वित्तीय तौर पर पूरी तरह से पंगु हो जाए, कोई कार्य नहीं कर सके, पब्लिसिटी के ऊपर पैसा नहीं खर्च कर सके, कैंपेन के ऊपर पैसा नहीं खर्च कर सके, अपने कैंडिडेट को पैसा नहीं दे सके, तो फिर चुनाव किस बात का है और चुनाव की घोषणा हो चुकी है, पिछले एक महीने से हमारे अपने बैंक अकाउंट में पड़े हुए 285 करोड रुपए का हम इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। हम लोगों को पब्लिसिटी के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अंदर स्लॉट बुक करने है, हमें सोशल मीडिया के अंदर इस्तेमाल करना है, हमें पोस्टर छपवाने हैं, हमें पंपलेट छपवाने हैं, अगर हम लोग वह काम भी नहीं कर सकते तो किस प्रकार से लोकतंत्र जिंदा रहेगा और कैसा लोकतंत्र है
यह समय 2017-18 के एक केस को लेकर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2017-18 से बेसिस के ऊपर 7 साल बाद में जाकर हमारे बैंक के खाते हैं, अब जाकर फ्रिज किए हैं उनकी जानकारी दी मैंने कहा कि यह 7 साल पुराने कैसे फ्रीज किए जा सकते हैं और टाइमिंग इनका कैसा है।
हम लोगों के पास यह मुख्यतः तीन बातें हैं खाते की हर पॉलीटिकल पार्टी इनकम टैक्स से एग्जैक्ट होता है। कभी किसी ने भी पेनल्टी इस तरह से नहीं दी तो कांग्रेस पार्टी को अकेले क्यों चुना जा रहा है, दूसरा इनकी टाइमिंग देखिए 2017-18 का मोतीलाल बोरा के टाइम का है और 1994 95 का सीताराम केसरी  का समय और केवल एक महीना पहले चुनाव के घोषणा होने से पहले यह काम शुरू किया जाता है। एक महीने से भी ज्यादा हम अपने पैसे जो हमारे कार्यकर्ताओं ने इकट्ठे किए हैं, वह हम इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। यह कहां की डेमोक्रेसी है यह कहां का लोकतंत्र रह गया है। तो इसलिए हम आपसे कहना चाहते हैं कि केवल हम लोग अपनी लड़ाई लड़ेंगे लेकिन यह आप लोगों की भी लड़ाई है, मीडिया की भी लड़ाई है, देश की जनता की लड़ाई है, अगर आप इसके विषय में हमें समर्थन नहीं करेंगे, तो लोकतंत्र जिंदा नहीं रहेगा, ना आप रहेंगे, ना हम रहेंगे। हमारा टोटल जो है 14 लाख 40 हजार बनता है। जो 0.07 प्रतिशत है, तो सिर्फ 14 लाख 40 हजार जो हमारा 0.07% है, उसकी वजह से हमारे ऊपर 210 करोड रुपए से भी अधिक का हमारे ऊपर लाइन मार्क करके हमें पेनल्टी लगाई गई है। तो आप सोचिए 14 लाख 40 हजार के बदले 210 करोड़ की पेनल्टी हमारे ऊपर लगाई गई है। यह कहां का लोकतंत्र है। वहीं दूसरी ओर चुनावी इलेक्ट्रॉल बांड के जरिए जबरन वसूली रैकेट बीजेपी चलाई है, 2018 और 2024 के बीच भाजपा को चुनावी बांड में कुल 16,518 करोड़ में से 8,252 करोड़ मिले। कांग्रेस पार्टी को केवल 1,950 करोड़ मिले और इससे भी फ्रीज कर दिया गया है। जबकि भाजपा अपनी लूट को खर्च करने के लिए स्वतंत्र है । कई पार्टियों को चुनावी बांड के माध्यम से धन प्राप्त हुआ क्योंकि सभी दानकर्ताओं ने गुमनाम रूप से देना पसंद किया हालांकि केवल भाजपा सरकार चला रही है, जिसके कारण उसका ईडी, सीबीआई, आयकर जैसी जांच एजेंसियों पर नियंत्रण है। इसलिए भाजपा ही बड़े पैमाने पर कंपनियों को मजबूर और ब्लैकमेल कर सकती है।
तीन स्पष्ट अवैध रास्ते हैं जिनका उपयोग भाजपा ने चुनावी बांड के लिए किया। हफ्ता वसूली (जबरन वसूली) ईडी, सीबीआई या आयकर का उपयोग करके किसी कंपनी पर छापा मारना और फिर कंपनी को छोड़ने के लिए हफ्ता दान मांगना। इस तरह 94 कंपनियों को निशाना बनाया गया। जिसमें सिर्फ 30 दानकर्ताओं में से 14 शामिल थी। डी न्यूज़ मिनट और न्यूज़ लॉन्ड्री की एक जांच में पाया गया कि पिछले चुनावी ट्रस्ट योजना के माध्यम से दान देने वाली 30 कंपनियों ने एजेंसियों द्वारा छापे मारे जाने के बाद अपना दान दिया था।
चंदा दो धंधा लो (प्रतिदान) कुछ मामले में कंपनियों ने दान दिया और फिर ठेके प्राप्त किया। जबकि अन्य मामलों में उन्हें ठेके मिले और फिर दान के रूप में रिश्वत दी गई। 37 व्यापारिक समूहों ने चुनावी बांड दान दिया। जिसके बाद उन्हें चार लाख करोड रुपए की 245 परियोजनाएं सौपी गई। 4000 करोड़ का चंदा पैदा हुआ, 4 लाख करोड़ का धंधा ।
अन्य 7 दवा कंपनियों की खराब गुणवत्ता वाली दावों के लिए जांच की जा रही थी। जब उन्होंने चुनावी बांड खरीदे थे दावों में व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले उत्पाद जैसे कफ सिरप, रक्तचाप की दवा और किड 19 उपचार रेमेडीज वीर शामिल है भाजपा ने नगदी जमा करने के लिए भारतीयों के स्वास्थ्य के साथ क्या समझौता किए गए।
फर्जी कंपनियां सेल कंपनियां 29 संदिग्ध सेल कंपनियां है। जिन्होंने दान दिया 19 को धन शोधन निवारण अधिनियम पीएमएलए का उल्लंघन करने के उच्च जोखिम के कारण वित्त मंत्रालय की सूची में रखा गया था। उनकी गतिविधियों को मोदी सरकार की इस शर्त से मदद मिली कि किसी कंपनी के मुनाफे की कोई भी राशि चुनावी बांड के रूप में दी जा सकती है। पहले शुद्ध लाभ की 7.5 की सीमा थी जैसा कि राहुल गांधी ने कहा टीवी पीएम मोदी ने दुनिया में सबसे बड़ा जबरन वसूली रैकेट पैदा किया है। उन्होंने सरकार की पूरी मशीनरी को भाजपा के लिए नगदी पैदा करने वाली मशीन में बदल दिया है। अब मैं आम जनता से अपील करना चाहता हूं कि लोकतंत्र खतरे में है आप सभी लोकतंत्र की रक्षा और लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आए और भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए भाजपा सरकार के विरुद्ध कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा होने का कृपा करें ।
आज की संवाददाता सम्मेलन कार्यक्रम में  मंत्री बन्ना गुप्ता, जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे, प्रदेश सचिव सामंता कुमार, खगेन चंद्र महतो, जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह आजाद, योगेंद्र सिंह यादव, सफी अहमद खान, ब्रजेन्द्र तिवारी, मनोज झा, संजय ठाकुर, बबुआ झा मुख्य रूप से शामिल हुए ।