झारखण्ड वाणी

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कांड्रा थाना क्षेत्र में अपराधिक गतिविधि राजनीति संरक्षण में बहुत तेजी से बढ़ रहा है

सरायकेला खरसावां- कांड्रा थाना क्षेत्र में अपराधिक गतिविधि बहुत तेजी से बढ़ रही है कई मामले के आरोपी बप्पा पात्रो जिस पर की
कांड्रा ग्लास फैक्ट्री की सायकिल स्टेण्ड का लोहा चोरी कर काटने का मुकदमा दर्ज किया गया है,जिसका की केस नंबर 89/22 है लेकिन पुलिस के नजर मे वे फरार बताये जा रहे हैं लेकिन नौ दिसंबर की रात्रि के वक्त उक्त स्थल पर दोबारा लोहा कटिंग करने का मामला आया है कल चार बजे सुबह में लोहा कटिंग कर सम्भवतः हंबर से मारकर स्ट्रच्चर गिराया गया है हंबर की मार की आवाज़ बहुत दूर तक सुनने में आया था झारखण्ड वाणी संबाददाता के कान तक भी आवाज़ गई उस आवाज के संदेह पर करीब बारह साढे बारह बजे सायकिल स्टेण्ड का निरीक्षण करने गया तो देखा गया कि एक स्ट्रचर और एक बहुत बड़ा लोहे का चदरा गिरा हुआ पाया गया जो शक को उजागर करता है दरअसल बात यह है की अगल बगल कई घर हैं लेकिन सभी जानते हैँ की अपराध में कौन कौन से लोग सम्मिलित हैं लेकिन अपराध को छुपाने की कोशिश कर रहे हैँ सब कुछ देखते हुए और जानते हुए भी पुलिस को सूचना नहीं दे रहे हैैं पुलिस उनलोगों से सख्ती से पूछताछ नहीं कर रही है अपराध करने से भी ज्यादा जुर्म के भागी वे लोग हैँ जो जुर्म को छुपाने की कोशिश कर रहे हैैं उन पर भी कारवाई की जानी चाहिए लोहा काटकर ले जाना वैसी हरकत नहीं है कि आँख बंद और डिब्बा गोल सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि एक महिला नेत्री ने इस अपराध का तीन दिसंबर को विरोध भी किया था,लेकिन अपराधी द्वारा कोई तर्जी नहीं दिया गया इस चोरी के अपराध को सायकिल स्टेण्ड के उत्तर दिशा में रहने वाले अनिल गुप्ता द्वारा मुंशी के रूप में कार्य कर अपराध को बढ़ाबा दिया जा रहा है वह जाँच ऑफिसर को बरगलाने की कोशिश कर रहा है उनका यह दाबा की यह सम्पत्ति अनिल गुप्ता को कम्पनी के मालिक ने दान पर दिया है जो की जाँच अधिकारी की स्टेशन डायरी मे उल्लेखित है उस वक्त घटना के चश्मदीद गवाह और वादी थाने में ही उपस्थित थे और सारा कागजात दान का दस दिसंबर को थाना में जाँच अधिकारी को दिखाए जाने की बात कही थी लेकिन नौ दिसमबर कि रात्री में फिर लोहा काटा गया इससे साफ झलकता है कि अनिल गुप्ता के मिली भगत से ही उक्त अपराधी गिरोह के द्वारा जो अभी फरार है लोहा चोरी करने का सिलसिला जारी है अब कहना है की करीब साढ़े आठ सौ लोग कम्पनी में काम कर रहे थे सभी कार्यरत मजदूरों का बकाया राशि इस कम्पनी में है,लेकिन सवाल है कि अनिल गुप्ता को ही कम्पनी की सम्पति दान में कौन दे दिया यदि अनिल गुप्ता अपने समय पर यानी दस दिसंबर तक दान की कागजात नहीं दिखाते हैं और उसमें उल्लेखित सम्पत्ति को काटकर बेचने का आदेश नहीं दिखाते हैँ तो पुलिस प्रशासन को उन पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उनके देखरेख में आठ नौ लोग मिलकर दिन के उजाले मे खुलेआम गैस कटर से स्टेण्ड काटने के जुर्म को अंजाम दिया गया उन अपराधियों पर डकैती की धारा लगाकर अविलंब गिरफ्तारी की जानी चाहिए सूत्रों के मुताबिक इस अपराध की पैरबी किसी नेता के द्वारा किया जा रहा है,यह भी जाँच का मामला है सूत्रों के अनुसार फिलहाल यह अपराधी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का दामन थामे हुए हैं जिसका जिक्र कई अख़बारों मे भी उल्लेख किया गया है

रपट जगन्नाथ मिश्रा