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जमशेदपुर में 500 बेड के नए अस्पताल बनकर तैयार, प्रधानमंत्री कर सकते हैं उदघाटन

जमशेदपुर में 500 बेड के नए अस्पताल बनकर तैयार, प्रधानमंत्री कर सकते हैं उदघाटन

जमशेदपुर- एमजीएम के पास 500 बेड का अस्पताल है लेकिन इसके शुरू होने से यह एक हजार बेड का हो जाएगा। इससे मेडिकल कालेज में एमबीबीएस के साथ-साथ पीजी की सीटें भी बढ़ेंगी
झारखंड के जमशेदपुर में 500 बेड के नए अस्पताल लगभग बनकर तैयार हो गया है। अब नए साल से इसमें गंभीर बीमारियों का इलाज शुरू हो सकेगा इसका निर्माण डिमना चौक स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में किया गया है। कहा जा रहा है कि मार्च-2024 में इसका उदघाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर सकते हैं। चूंकि, वर्ष 2019 में शिलान्यास भी उन्होंने ही किया था
386 करोड़ की लागत से बन रहे इस अस्पताल को दिसंबर 2021 तक पूरा कर लेना था लेकिन उसी बीच कोरोना महामारी आने की वजह से देर हो गई हालांकि अब लगभग अस्पताल बनकर तैयार हो चुका है। इसका निर्माण एलएंडटी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। अस्पताल का भवन जी प्लस 7 यानी आठ मंजिला है।
इस अस्पताल को शुरू होने से न सिर्फ मरीजों को लाभ मिलेगा बल्कि एमजीएम कॉलेज को भी फायदा होगा फिलहाल एमजीएम के पास 500 बेड का अस्पताल है लेकिन इसे शुरू होने से एक हजार बेड का हो जाएगा। इससे एमबीबीएस के साथ-साथ पीजी की सीटें भी बढ़ेगी। इससे चिकित्सकों की कमी भी दूर होगी। वर्तमान में एमजीएम में एमबीबीएस के 100 सीट और पीजी की 40 सीटें हैं।
इस अस्पताल को शुरू होने से कोल्हान प्रमंडल (पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम व सरायकेला-खरसावां) के करीब 42 लाख लोगों को सीधे फायदा पहुंचेगा। अभी तक यहां गंभीर बीमारी का इलाज नहीं होने से मरीजों को बाहर जाना पड़ता है। कोल्हान क्षेत्र से हर माह लगभग तीन हजार मरीज बाहर इलाज कराने जाते हैं।
इस अस्पताल में सभी तरह के इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। इसमें हार्ट से लेकर कैंसर, न्यूरो, किडनी, चेस्ट सहित अन्य संबंधित बीमारी शामिल होगी। वहीं, हार्ट के इलाज के लिए अस्पताल में अलग से कैथ लैब का भी निर्माण कराया जा रहा है
साकची स्थित एमजीएम अस्पताल को भी नया आकार दिया जा रहा है। यहां पुराने भवनों को तोड़कर नया अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। यह अस्पताल पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.के एन सिंह कहते हैं कि कॉलेज में नए अस्पताल का निर्माण अंतिम चरण में है। भवन बनकर तैयार हो गया है। अब अंदर में कार्य तेज गति से चल रही है। यहां पर किडनी से लेकर कैंसर, हार्ट सभी तरह का इलाज संभव हो सकेगा। अभी तक सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को बाहर जाना पड़ता है।
500 बेड वाले एमजीएम अस्पताल के नए भवन का निरीक्षण करने पहुंचे थे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास 2019 में मुख्यमंत्री रहते हुए रखी थी आधारशिला