जमशेदपुर के पूर्व सांसद डाक्टर अजय कुमार का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के राष्ट्रपति के उम्मीदवार द्रौपदी मूर्मू के संबंध में दिया गया बक्तव्य अति निंदनीय है रवीन्द्र नाथ चौबे ने कहा कि सही में डा अजय के शैतानी दिमाग की उपज है।
डा अजय कुमार को जानकारी होना चाहिए कि भारतीय मनीषा और दर्शन में शैतान का कोई स्थान नहीं है और शैतान ही हद्धय परिवर्तन कर संत बन जाता है। जबकि ईसायत में होली घोस्ट की व्यवस्था है।
सनातन धर्म या हिन्दू संस्कृति दुनिया का एक मात्र धर्म और ज्ञान परम्परा है जहां स्थायी शैतान की धारणा नहीं है बल्कि शैतानी बुद्धि है जिसका हृदय परिवर्तन हो सकता है। और हृदय परिवर्तन के बाद वह संत जैसे पवित्र हो जातें हैं। जैसे रत्नाकर से वाल्मीकि आदि।श्री चौबे ने कहा कि डाक्टर अजय कुमार को जानकारी होना चाहिए कि हमलोग जैसे लाखों करोड़ों भारतीय जो भाजपा में नहीं हैं फिर भी भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ हैं कि भाजपा भारतीय संस्कृति , हिन्दू धर्म और भारतीय ज्ञान परम्परा को नवीकरण करते हुए भारतीय समाज और राजनीति की मुख्य धारा बनाने के लिए संकल्पित और संघर्षशील है।
भारतीय ज्ञान परम्परा और संस्कृति को पिछड़ा मानने वाले पश्चिमी और वामपंथी बौद्धिक जमातों के पिछलग्गू कांग्रेस, वामपंथी और परिवारवादी क्षेत्रीय दलों का तिलस्म टूट चुका है।
अब जब भारतीय आध्यात्मिक चिंतन के बुनियादी तत्वों को आधुनिक विज्ञान सही सिद्ध करते जा रहा है तो दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक विश्व शक्ति बन रहा है और इसलिए अगले पच्चीस सालों में भारत दुनिया की महाशक्ति और विश्व गुरु बन कर रहेगा।
श्री चौबे ने डॉ अजय कुमार से आग्रह किया हैं तो उन्होंने जो शैतानी वक्तव्य दिया है उसका प्रायश्चित करते हुए राजनीति से संन्यास ले लें।
और उनमें जो प्रतिभा है उसका उपयोग भारतीय संस्कृति को पढ़ने समझने और और प्रसार में लगायें क्योंकि वही देश की मुख्य धारा रहेगी और वहीं भारत का भविष्य है
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