झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

झारखंड स्वास्थ्य विभाग ने माना राज्य में बर्बाद हुए 2.68% वैक्सीन, स्टॉक में अब भी है आठ लाख से अधिक डोज

झारखंड स्वास्थ्य विभाग ने माना राज्य में बर्बाद हुए 2.68% वैक्सीन, स्टॉक में अब भी है आठ लाख से अधिक डोज

झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य को मिले अब तक के कुल वैक्सीन और लोगों को वैक्सीनेट करने की संख्या के साथ बचे हुए वैक्सीन का आंकड़ा जारी किया है. आंकड़ों के अनुसार राज्य में कोरोना वैक्सीन का 1 लाख 53 हजार 494 डोज वेस्टेज हुआ है.
रांची: झारखंड में बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीन की बर्बादी की खबर के बीच झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने अब तक मिले कुल वैक्सीन और लोगों को वैक्सीनेट करने की संख्या के साथ-साथ बचे हुए वैक्सीन का आंकड़ा जारी किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना वैक्सीन का वेस्टेज प्रतिशत महज 2.68 प्रतिशत है, इस हिसाब से राज्य में 1 लाख 53 हजार 494 डोज वैक्सीन का वेस्टेज हुआ है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के झारखंड आईईसी के नोडल अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य को कुल 57 लाख 15 हजार 600 डोज मिला है, जिसमें 45 प्लस के लिए 46 लाख 56 हजार 40 और 18 प्लस के लिए 10 लाख 59 हजार 560 डोज मिला. वहीं 47 लाख 32 हजार 426 डोज लोगों को दिया जा चुका है और 08 लाख 29 हजार 680 डोज अभी स्टॉक में है, इस तरह जो क्षति या वेस्टेज है वह 01 लाख 53 हजार 494 डोज की है. इस तरह यह झारखंड को कुल मिले वैक्सीन का 2.68 प्रतिशत है
सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि कई बार एप पर डेटा भरने में परेशानी या कोई गड़बड़ आंकड़ा दे देने से ऐसी स्थिति आती है, जिसे शीघ्र सुधार लिया जाएगा.
एन एच एम झारखंड के नोडल अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि भारत सरकार के सचिव स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक में झारखंड सरकार ने अपनी बात बताई है, बैठक के बाद अब गलतियों में सुधार की शक्ति राज्य सरकार के पास भी होगी और जिस लेवल पर गलती हुई है, उसे सुधार लिया जाएगा.
वैक्सीन की बर्बादी को लेकर 10 जून को नई रिपोर्ट में भी झारखंड को टॉप पर बताया गया है, जहां 33.95 % वैक्सीन की बर्बादी बताई गई है.