झारखण्ड वाणी

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झारखंड राज्य जूनियर एवं ग्यारहवीं सीनियर एथलेटिक चैंपियनशिप 2022 का आयोजन आयोजन समितियों के बद इंतजामियों के लिए शुमार रहा

झारखंड राज्य का शहर जमशेदपुर जो खेलों का शहर के नाम से पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए हैं यहां हर वर्ष विभिन्न खेलों के जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन सफलतापूर्वक आयोजित होता रहा है। सुव्यवस्थित खेल आयोजनों और खिलाड़ी की सुविधाओं को लेकर देश-विदेश में शहर का अपना एक विशेष पहचान है परंतु तीन जून से लेकर पांच जून तक मुख्य आयोजक मेजबान जिला पूर्वी सिंहभूम जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन और झारखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में जमशेदपुर के जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कंपलेक्स में आयोजित सोलहवीं झारखंड राज्य जूनियर एवं ग्यारहवीं सीनियर एथलेटिक चैंपियनशिप 2022 का आयोजन आयोजन समितियों के बद इंतजामियों के लिए शुमार रहा । आयोजन की खासियत यह रही यहां न तो खिलाड़ियों के उचित आवासन की व्यवस्था थी और ना ही भोजन-पानी की व्यवस्था अच्छी रही । पानी के लिए खिलाड़ी और अधिकारी भटकते रहे कई खिलाड़ियों ने अपना नाम और अपने जिला का नाम नहीं बताने पर अपनी आपबीती बताई – कई जिला के खिलाड़ियों को आवासन की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण रात खुले मैदान में बिताना पड़ा जहां ना तो पीने के लिए पानी की व्यवस्था थी और ना ही अन्य जरूरी सुविधाएं इतना ही नहीं आयोजन समिति की ओर से कोई भी अधिकारी उनका हाल चाल पूछने तक नहीं आया। बल्कि अतिथि एथलिटों ने शहरवासियों के सहयोग की तारीफ की उन्होंने कहा कि पास के नगरवासियों ने पीने के लिए पानी की व्यवस्था किया कई जिला के खिलाड़ियों ने विगत तीन दिनों से खाने की अच्छी व्यवस्था नहीं होने के कारण बिस्किट,पावरोटी खाकर प्रतियोगिता में भाग लिया। उनका का सपना था कि जमशेदपुर जा रहे हैं वहां राज्य का सबसे बेहतरीन मेजवानी देखने को मिलेगा लेकिन उनका यह सपना धराशाई हो गया आयोजन की बद्इंतजामों को देखते हुए उन्होंने दोबारा यहां नहीं आने की बात कही । बद्इंतजामों को लेकर खिलाड़ियों में काफी रोष देखा गया। जबकि सभी जिला के प्रतिभागी खिलाड़ियों जिनकी लगभग पन्द्रह सौ के आसपास रही सभी खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर दो सौ रुपए और प्रतिदिन भोजन एवं नास्ता के लिए डेढ़ सौ रुपए प्रति खिलाड़ी आयोजन समिति के द्वारा लिया गया। इसके बावजूद आवासन व्यवस्था और भोजन व्यवस्था का अच्छा इंतजाम नहीं हुआ। आवासन व्यवस्था के अभाव में खिलाड़ियों ने स्टेडियम के अंदर जहां भी उन्हें जगह मिली उसी को अपना आवासन बना डाला अधिकांश खिलाड़ी पेड़ों की छांव में आराम करते हुए नजर आए। प्रायः अधिकांश खिलाड़ियों की शिकायत रही आवासन व्यवस्था और प्रतियोगिता स्थल से लगभग पांच किलोमीटर दूर भोजन की व्यवस्था की गई थी । यातायात की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण प्रतिदिन खिलाड़ियों को खाने से अधिक टेंपो किराया खर्च करना पड़ा, दूसरी ओर लड़कियों के लिए आवासन की व्यवस्था निकटवर्ती जिला सरायकेला खरसावां में की गई थी जिसकी दूरी प्रतियोगिता स्थल से लगभग आठ किलोमीटर की होगी। हालांकि आयोजन समिति की तरफ से बस की व्यवस्था की गई थी फिर भी जमशेदपुर जो अपने आप कई बड़े सफल आयोजनों का गवाह रहा है इस असफल लचर व्यवस्था ने जमशेदपुर की परंपरा को दागदार बना दिया परेशानियों का सबब खिलाड़ियों में ही नहीं तकनीकी अधिकारियों में भी देखी गई तकनीकी अधिकारियों ने नाम नहीं बताते हुए अपने परेशानियों को बयां करते हुए बताया आयोजन समिति के द्वारा मैदान में न तो उचित पानी की व्यवस्था रही नहीं नाश्ता की व्यवस्था और भोजन के लिए काफी दूर व्यवस्था की गई थी इन शिकायतों के बाबत आयोजन समिति के अधिकारियों से बात करनी चाही परंतु वे हमेशा कन्नी काटते नजर आए। तकनीकी अधिकारियों के द्वारा नाम नहीं बताए जाने के एवज में बताया गया इस प्रतियोगिता में तकनीकी सेवा दे रहे तकनीकी अधिकारियों को चार दिनों की सेवा के उपरांत किसी तरह का मानदेय नहीं भुगतान किया और ना ही उन्हें किसी प्रकार का यात्रा भत्ता दिया गया। बद इंतजामी का आलम यह था कि तकनीकी अधिकारियों को भी न तो समय पर नाश्ता मिला नहीं और न ही चाय पानी की व्यवस्था रही मैदानी व्यवस्था टाटा स्टील के खेल विभाग द्वारा प्रायोजित रहा जो राज्य स्तरीय आयोजनों के मानदंडों को पूरा करता हुआ दिखा जो आयोजन की बद्इंतजामों की भरपाई कर रहा था। आयोजन के दौरान कई एथलीटों ने गलत जजमेंट के लिए आवाज उठाई जिसे आयोजन समिति के द्वारा नकार दिया गया । खराब आयोजन का सिलसिला पहले दिन से लेकर तीसरे व अंतिम दिन पुरस्कार वितरण तक देखने को मिला । व्यक्तिगत एवं टीम चैंपियनशिप के ट्रॉफियों के आकार- प्रकार को लेकर विभिन्न जिला के टीमों के प्रबंधकों के द्वारा कानाफूसी होती रही इसे भी लेकर टीमों के बीच असंतोष व्याप्त रहा। किसी तरह कार्यक्रम का समापन पांच जून की रात्रि 9:30 बजे तक पूरा हुआ । समापन समारोह के बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने विजेताओं को पदक और प्रतियोगिता के बेहतरीन टीमों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।