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झारखंड में पेपर लीक होना कोई नई बात नहीं, पहले भी हुए हैं: मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन

झारखंड में पेपर लीक होना कोई नई बात नहीं, पहले भी हुए हैं: मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन
मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन ने कहा कि झारखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक होना कोई नई बात नहीं है. पहले भी यहां ऐसे मामले हुए हैं. मौजूदा मामले में जांच चल रही है

सरायकेला खरसावां –  झारखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने का मामला कोई नया नहीं है, यह पूर्व से चलते आ रहा है, वर्ष 2015 में तत्कालीन भाजपा सरकार में भी प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले सामने आए थे. विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर भले सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है, लेकिन सरकार ने एसआईटी गठित की है. यह कहना है झारखंड के मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन का
मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन देर शाम सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत झिलिंगगोड़ा गांव स्थित अपने आवास में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. वह दोपहर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अपने गांव पहुंचे, जहां जिला प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनका स्वागत किया गया. दिनभर विश्राम के उपरांत मुख्यमंत्री देर शाम अपने आवास में संवाददाताओं से मुखतिब हुए. प्रश्न पत्र लीक मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रश्न पत्र लीक होना एक गंभीर मसला है, सरकार ने इसे लेकर कड़े कानून भी बनाए हैं. मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन ने विपक्ष पर निशाना साधते। हुए कहा कि जांच एजेंसियां भाजपा की कठपुतली बनी हुई है. भाजपा के नेता पाक साफ हैं, इसलिए जांच एजेंसी उन पर कार्रवाई नहीं करती, जांच एजेंसी की कार्रवाई का विरोध नहीं करते लेकिन एजेंसियों को भेदभाव भी नहीं करना चाहिए.

विपक्ष द्वारा नए गठबंधन के सरकार को पार्ट 2 कहे जाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जनता का जनादेश गठबंधन सरकार पार्ट वन के लिए था, जो अब पार्ट 2 के लिए है. युवा सोच वाले मुख्यमंत्री को विपक्ष ने साजिश के तहत जेल यात्रा करा दी, ऐसे में अब पार्ट 2 सरकार सफलतापूर्वक 4 साल में किए जा रहे सभी कार्यों को आगे बढ़ाएगी.