झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

जीवन का सबसे बड़ा मंत्र है सत्य, प्रेम और सेवा : राजीव दुबे

जीवन का सबसे बड़ा मंत्र है सत्य, प्रेम और सेवा : राजीव दुबे

एक्सएलआरआइ में वर्चुअल इंट्रैक्टिव लर्निंग और कॉर्पोरेट प्रोग्राम के दीक्षांत समारोह में 342 स्टूडेंट को मिला सर्टिफिकेट

जमशेदपुर- आज शाम एक्सएलआरआइ के टाटा ऑडिटोरियम में वर्चुअल इंट्रैक्टिव लर्निंग और कॉर्पोरेट प्रोग्राम के 22 वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें वर्चुअल इंट्रैक्टिव लर्निंग प्रोग्राम के कुल 233 जबकि कॉर्पोरेट प्रोग्राम के कुल 109 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट वितरित किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स, महिंद्रा फर्स्ट चॉइस व्हील्स, महिंद्रा स्टील सर्विस सेंटर के चेयरमैन सह आइओएल जेनेवा के गवर्निंग बॉडी के सदस्य राजीव दुबे उपस्थित थे. उन्होंने एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज एसजे, डीन एकेडमिक्स संजय पात्रो व वर्चुअल इंट्रैक्टिव लर्निंग और कॉर्पोरेट प्रोग्राम के एसोसिएट डीन मनोज टी थॉमस ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके बाद डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज ने सभी को संबोधित करते हुए निडर बनने का आहवान किया. साथ ही मुख्य अतिथि राजीव दुबे को सम्मानित किया. इस दौरान राजीव दुबे ने जीवन में सफल होने के लिए थ्री प्लस फाइव ( 3+5) का फार्मूला दिया. उन्होंने कॉरपोरेट लीडर्स को तीन टिप्स देते हुए कहा कि कभी “कोई सीमा स्वीकार न करें, वैकल्पिक सोच दृष्टिकोण का पालन करें, और जीवन में हमेशा सकारात्मक बदलाव लेकर आए. साथ ही एक बिल्कुल नया दिमाग, जोश और ऊर्जा का मल्टीप्लाई, डर या हार का मैनेजमेंट जरूरी है साथ ही हार को सकारात्मक रूप से लेना, और ट्रस्ट. ये पांच ऐसे व्यवहार हैं जिनका हर लीडर्स को करना चाहिए”. उन्होंने अपने जीवन का मंत्र यानी सत्य, प्रेम और सेवा भी साझा किया, जिसे सत्य, करुणा और सेवा की भावना के रूप में परिभाषित किया जा सकता है. इस दौरान सभी विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट प्रदान किया गया.
————
कॉर्पोरेट प्रोग्राम में प्रथम स्थान इन्हें मिला
1.ईडीएचआरएम 2023-24: सचिन कुमार शर्मा
2.पीजीसीएचआरएम 2022-24 (एक्सेंचर): अजय आनंदन एस.आर.
3.पीजीसीजीएम 2022-24 (पीडब्ल्यूसी): प्रशांत यू.के. नायर
———-
वर्चुअल लर्निंग प्रोग्राम में प्रथम स्थान इन्हें मिला

1.पीजीसीबीएम (व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र) – सुमित कुमार बृजवानी
2.पीजीसीएचआरएम (मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र) – उपासना बोस
3.पीजीसीएसएल (वरिष्ठ नेतृत्व में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र) – राजेश पाठक