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गढ़वा पुलिस का एक्शन: लूट के दो घंटे के अंदर दो अपराधी दबोचे हथियार और पैसे बरामद

गढ़वा पुलिस का एक्शन: लूट के दो घंटे के अंदर दो अपराधी दबोचे हथियार और पैसे बरामद

गढ़वा में लूटकांड को अंजाम देने के दो घंटे के अंदर पुलिस ने तीन में से दो अपराधियों को गिरफ्तार लिया है. वहीं, घटना में प्रयुक्त हथियार, लूट के पैसे और मोबाईल भी बरामद कर लिए गए हैं. आरोपियों ने ट्रेन पकड़ने गढ़वा रेलवे स्टेशन जा रहे यात्रियों से अपराधियों ने पिस्तौल दिखाकर लूट ली थी.
गढ़वाः पुलिस ने अपनी दो घंटे के अंदर ही लूटकांड को अंजाम देने वाले तीन में से दो अपराधियों को दबोचने में सफलता पाई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त हथियार, लूट के पैसे और मोबाईल भी बरामद कर लिए हैं. एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने इसकी जानकारी दी है.
बता दें कि बीस जून की रात ट्रेन पकड़ने गढ़वा रेलवे स्टेशन जा रहे यात्रियों से तीन अपराधियों ने पिस्तौल का भय दिखाकर पांच हजार रुपये लूट लिए थे. यात्रियों ने गढ़वा थाने में इसकी शिकायत की थी. इसकी जानकारी मिलते ही एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने एसडीपीओ के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया और त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने बताया कि रात में ही अपराधियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया. जिला मुख्यालय के मदरसा रोड उचरी से आरोपी इश्तेयाक अंसारी और रवि कुमार पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से लूट में प्रयुक्त एक देसी कट्टा, लूटा मोबाईल और लूट के 500 रुपये बरामद किए गए हैं. एक अभियुक्त फरार हो गया है. उसे भी अतिशीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा.*

*रामकृष्णा नगर थाना के तीन जवानों को एस एस पी ने किया निलंबित रिश्वत लेने का आरोप*

पटना एसएसपी ने रिश्वत लेने के आरोप में रामकृष्णा नगर थाना के तीन जवानों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. तीनों को रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित किया गया था.
पटना: राजधानी पटना में एसएसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के एक होटल संचालक से घूस लेने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद इन तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जेल भेज दिया गया है.
दरअसल, होटल में मारपीट की घटना घटी थी. जिसमें एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने सिटी एसपी को मामले की जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए थे. जिस समय एसएसपी ने सिटी एसपी को निर्देश दिया था उस वक्त सिटी एसपी न्यायालय में गवाही के लिए गए थे. लिहाजा उन्होंने क्विक मोबाईल के जवानों को तत्काल मौके पर पहुंचने को कहा. जहां घटना स्थल पर पहुंचे जवानों ने होटल संचालक को हड़काया और उससे चार हजार रुपये रुपये रिश्वत लिया और बाकी पैसे अगले महीने लेने पर सहमति बनी.
होटल संचालक ने इस पूरे मामले की जानकारी एसएसपी को दी. जिसके बाद सिटी एसपी खुद होटल पहुंचे और मामले की जांच कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंपा. जांच में तीनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए जिसके बाद एसएसपी ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
इससे पहले भी दीदारगंज में पिछले दिनों बालू माफिया से घूस लेने का मामला सामने आया था. जहां निगरानी विभाग की टीम ने दीदारगंज थानाध्यक्ष को उनके अंगरक्षक के साथ बालू माफिया से साठ हज़ार घूस लेते गिरफ्तार कर लिया था. इस घटना के बाद एसएसपी ने तमाम थानों को अपनी आदत से बाज आने की कड़ी हिदायत दी थी. बावजूद पुलिस कर्मी सुधरने को तैयार नहीं हैं.*

*सीसीटीवी खोलेगा राज*

दरभंगा ब्लास्ट केस में जांच एजेंसियों को सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे हैं, जिसमें ब्लास्ट हुए बक्से जैसा एक बक्सा ले जाते चार लोग दिख रहे हैं.
दरभंगाः दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर बीते 17 जून को हुए पार्सल ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों को अहम सुराग हाथ लगे हैं. ब्लास्ट के छठे दिन सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म और पार्सल घर के सीसीटीवी फुटेज रिकवर किए गए हैं.
दरभंगा जीआरपी प्रभारी हारून रशीद और सिकंदराबाद के जीआरपी के अधिकारियों ने पार्सल बुकिंग केंद्र के कर्मचारियों से पूछताछ के बाद कई अहम जानकारियां जुटाई है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में दरभंगा के लिए सुफियान के नाम से भेजे गए कपड़े के पार्सल से मिलता जुलता एक बंडल दिख रहा है. स्टेशन के बाहर से इस बंडल को एक कार से निकाल कर चार लोग बहुत सावधानी से उठा कर ला रहे हैं. इसके बाद एक बाइक पर रख कर दो लोग इस बंडल को पार्सल बुकिंग के पास ले जाते हुए दिख रहे हैं.
खबर है कि पार्सल बुकिंग केंद्र के भीतर के फुटेज को भी पुलिस ने जांच के लिए ले लिया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि अगले एक-दो दिनों में इस कांड से जुड़े लोगों को हिरासत में ले लिया जाएगा और उनसे पूछताछ की जाएगी.
हालांकि झारखण्ड वाणी संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का जो मोबाईल नंबर ट्रेस हुआ है, वह यूपी के शामली से जुड़ा हुआ है. दरभंगा मामले में एटीएस, यूपी के शामली में भी जांच कर सकती है. बताया जा रहा है कि पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का फोन नंबर और एड्रेस दोनों गलत पाया गया है. ऐसे में अब यह जांच का विषय है कि जिस व्यक्ति ने यह पार्सल भेजा है उसका नाम भी सही है या नहीं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है.
बता दें कि दरभंगा ब्लास्ट मामले में जब से मोहम्मद सूफियान का नाम सामने आया है, तब से वह जांच एजेंसियों के रडार पर है. अब शामली में उसकी तलाश की जा रही है. एटीएस को शक है कि यह मों सूफियान अख्तर हो सकता है. जिसकी तलाश आतंकी कनेक्शन को लेकर साल 2016 से की जा रही है. खबर के मुताबिक 2016 में जब आतंकी सामी को गिरफ्तार किया गया था तो पहली बार मो. सूफियान का नाम सामने आया था. तब से एटीएस को उसकी तलाश है. खबर के मुताबिक आतंकी सूफियान पाकिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग ले चुका है.
बताते चलें कि गत 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर एक पार्सल में अचानक विस्फोट हो गया था. यह पार्सल पन्द्रह जून को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से दरभंगा के किसी सुफियान नामक व्यक्ति के लिए बुक कराया गया था. कुलियों के द्वारा इसे ट्रेन के प्लेटफार्म नंबर दो से इस पार्सल को ट्रेन से उतारे जाने और फिर ओवर ब्रिज के रास्ते प्लेटफार्म नंबर एक पर लाने के बाद इसमें ब्लास्ट हो गया था. हादसे के कई दिन बीत जाने के बाद पुलिस को अब तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है. लेकिन सीसीटीवी फुटेज रिकवर हो जाने से मामले की गुत्थी सुलझने की उम्मीदें हैं.