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एक बारिश भी नहीं झेल सकी तीन करोड़ की सड़क

एक बारिश भी नहीं झेल सकी तीन करोड़ की सड़क

सरकारी योजनाओं की बानगी ऐसी कि जनकल्याण का काम सिर्फ कागजों में दुरुस्त दिखाई पड़ता है. लोहरदगा में कुछ ऐसा ही हुआ है. जहां एक ही बारिश में तीन करोड़ की सड़क खराब हो गई.
लोहरदगा: झारखंड सरकार विकास के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है. दूसरी विकास योजनाएं भी चल रही है, पर इन विकास योजनाओं का हाल जमीन पर कुछ और ही नजर आ रहा है.
लोहरदगा में तीन करोड़ तीस लाख रुपए की सड़क एक बारिश भी नहीं झेल सकी, सड़क में जगह-जगह पर दरारें पड़ गई है. सड़क की हालत बता रही है कि इसके निर्माण में किस प्रकार का भ्रष्टाचार हुआ होगा. लोगों की उम्मीदें टूट गई हैं, सड़क कुछ ही महीनों में तार-तार होने को है.
लोहरदगा जिला के सेन्हा प्रखंड में बक्सीडीपा से लेकर बदला गांव तक तीन करोड़ 30 लाख रुपए की लागत से ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल की निविदा के माध्यम से सड़क का निर्माण कार्य कुछ महीने पहले ही कराया गया था. साल 2021 के शुरुआती महीने में ही सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ. जिसे हाल के दिनों में ही पूरा कराया गया था. यास चक्रवाती तूफान की वजह से जब बारिश हुई तो सड़क की पोल खुल कर सामने आ गई. सड़क में बड़ी-बड़ी दरारें हो गई है. जगह-जगह पर सड़क टूट चुकी है
इस सड़क के माध्यम से दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन होता था. अब सड़क का ऐसा हाल देखकर लोग निराश हो गए हैं. विभागीय अधिकारी इसमें कुछ कहने के लिए सामने नहीं आ रहे, संवेदक का पता ही नहीं है. सड़क की हालत बता रही है कि इसके निर्माण में किस प्रकार से भ्रष्टाचार का खेल हुआ होगा. अगर सड़क गुणवत्ता पूर्ण रूप से तैयार की गई होती तो शायद सड़क का ऐसा हाल नहीं होता. सड़क में वाहनों का परिचालन बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. दरारें ऐसी है कि कोई भी दुर्घटना का शिकार हो जाए.