झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

चंदन कुमार बीमारी का शिकार हो चुका है जिसका कोई इलाज नहीं है चंदन कुमार ने बीमारी जब अपने मालिक लोगों को बताया तब से ही चंदन कुमार के मालिक किसी न किसी बात का आरोप लगाकर धर्मशाला से निकालने का योजना बनाने लगे उस योजना को सफल बनाने के लिए चंदन कुमार के नाम से कोतवाली थाना में जोखी राम धर्मशाला के कमेटी के कुछ लोग चंदन कुमार के ऊपर धर्मशाला में छड और कबाड़ चोरी करने का आरोप लगाते हुए चंदन कुमार के पूरे परिवार के ऊपर केस कर दिया गया

रांची – आज इंडियन कनफेडरेशन आफ लेबर आईसीएल के राष्ट्रीय सचिव सह प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सोनी ने बताया है कि चंदन कुमार सिंह एवं उनके पिताजी राम सेवक सिंह पता जोखीराम धर्मशाला जे जे रोड अपर बाजार थाना कोतवाली का रहने वाला है और चंदन सिंह के पिताजी राम सेवक सिंह जोखिराम धर्मशाला में लगभग 1971 से मैनेजर के रूप में कार्यरत थे और उनका लड़का चंदन कुमार लगभग 2022 वर्षों से मैनेजर के रूप में कार्यरत काम कर रहा था जबकि चंदन कुमार बीमारी का शिकार हो चुका है जिसका कोई इलाज नहीं है चंदन कुमार ने बीमारी जब अपने मालिक लोगों को बताया तब से ही चंदन कुमार के मालिक किसी न किसी बात का आरोप लगाकर धर्मशाला से निकालने का योजना बनाने लगे उस योजना को सफल बनाने के लिए चंदन कुमार के नाम से कोतवाली थाना में जोखी राम धर्मशाला के कमेटी के कुछ लोग चंदन कुमार के ऊपर धर्मशाला में छड और कबाड़ चोरी करने का आरोप लगाते हुए चंदन कुमार के पूरे परिवार के ऊपर केस कर दिया गया है और चंदन कुमार को एक सप्ताह पहले ही धर्मशाला खाली करवा दिया गया है इन्हीं सब मामले को लेकर चंदन कुमार सिंह ने इंडियन कनफेडरेशन आफ लेबर आईसीएल के प्रदेश पदाधिकारी से मदद मांगते हुए जो आरोप उस पर लगाया गया है उसकी सही जांच हो तब जाकर पता चल जाएगा की चंदन कुमार दो वर्ष से अगर चोरी या किसी प्रकार का धर्मशाला में घपला कर रहा था तो फिर धर्मशाला के कमेटी में जो भी लोग हैं क्या दो वर्ष पहले केस किया था क्या उन लोगों के पास जितना भी घपला किया है उसका प्रूफ है इन्हीं सब मामले को लेकर इंडियन कनफेडरेशन आफ लेबर आईसीएल के सभी प्रदेश पदाधिकारी एक सप्ताह के बाद लेबर कोर्ट में केस कर चंदन कुमार के साथ उनके पापा के द्वारा भी उस धर्मशाला में पूरा योगदान दिया गया है चंदन को 20 साल से 3000 रुपया वेतन दिया जाता था और 2020 से खतरनाक बीमारी कोविड 19 के समय से ही चंदन कुमार का वेतन बंद कर दिया गया था जो कि आज 2023 हो चुका है कम से कम वैसे बीमार मैनेजर को अचानक धर्मशाला से नहीं निकालना चाहिए जबकि मालिक को चंदन कुमार को पूरा महीना का वेतन और मुआवजा देते हुए उनको निकालना चाहिए ताकि आगे कभी अपना बूढ़ा मां-बाप और बीवी बच्चा का भी पालन पोषण कर सकता था मगर उन लोगों ने चंदन कुमार के साथ एवं उनके पूरे परिवार के साथ जो गलत किया गया है उस मामले को लेकर रोड से लेकर लेबर कोर्ट तक धरना प्रदर्शन एवं कैसे करके भी चंदन कुमार सिंह को एवं उनके पापा मम्मी एवं उनके परिवारों के ऊपर में जो गलत ढंग से केस किया गया है और चंदन कुमार सिंह को बदनाम किया गया है उसका सही जांच मजदूर यूनियन और लेबर कोर्ट के द्वारा किया जाएगा उक्त जानकारी दिनेश सोनी राष्ट्रीय सचिव इंडियन कनफेडरेशन आफ लेबर आईसीएल रांची झारखंड ने दी है