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भाजपा नेता अंकित आनंद ने फ़िर फोड़ा ट्विटर बम, सीडब्ल्यूसी की कार्यसंस्कृति को लेकर दागे गंभीर सवाल

भाजपा नेता अंकित आनंद ने फ़िर फोड़ा ट्विटर बम, सीडब्ल्यूसी की कार्यसंस्कृति को लेकर दागे गंभीर सवाल

मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट में चलित संदिग्ध गतिविधियों और कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद संचालक हरपाल सिंह, पूर्वी सिंहभूम बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की सहित मामले में लिप्त अभियुक्तों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद के विरोध में उतरने के बाद से मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट की मुसीबतें दिनों दिन बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को शेल्टर होम में बच्चों के आंकड़ों को लेकर अंकित आनंद ने सवाल उठाया था, वहीं देर शाम जिला प्रशासन ने शेल्टर होम के बच्चों को दूसरे सुरक्षित बाल गृह में शिफ़्ट कर दिया है। शनिवार को पूर्व भाजपा जिला प्रवक्ता ने ताबड़तोड़ दो ट्वीट किया जिससे मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट की मुश्किलें बढ़नी लाज़मी है। अंकित ने जिले की बाल कल्याण समिति की कार्यसंस्कृति को लेकर भी जिला उपायुक्त सूरज कुमार से गंभीर प्रश्न किये है। ट्वीट का मकसद महज़ विरोध जताना नहीं है बल्कि इन यथार्थ समस्याओं के समाधान के निमित्त चिंता जताई गई हैं।
हरपाल सिंह थापर के एक पुराने फेसबुक पोस्ट की स्क्रीनशॉट को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर करते हुए अंकित आनंद ने उपायुक्त के संज्ञान में मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के बैंक खाता विवरण को लाते हुए अविलंब सीज़ करने की माँग की है। मालूम हो कि पंजाब नैशनल बैंक के खड़ंगाझार ब्रांच में ट्रस्ट का एकाउंट सक्रिय है। हरपाल सिंह थापर ने सोशल मीडिया पर बैंक विवरण साझा करते हुए लिखा था कि Please Help, इस पर व्यंगात्मक लहज़े में ट्वीट करते हुए भाजपा नेता अंकित आनंद ने उपायुक्त से अनुरोध किया कि कृपया 11 सदस्यीय जाँच टीम बैंक खाता सीज़ करते हुए “जरूरी मदद” करे। प्रशासन के लिए यह सूचना बेहद उपयोगी है। जल्द ही बैंक से जरूरी पूछताछ एवं खाता सीज़ करने की कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। मालूम हो कि कथित यौन उत्पीड़न का शिकायत करने वाली शेल्टर होम से भागी दो बच्चियों ने एसएसपी के समक्ष यह खुलासा किया था कि ट्रस्ट के बैंक एकाउंट में मिलने वाले मदद को संचालक दंपति अपने निज़ी बैंक खाते में ट्रांसफर करते हुए लाभार्जन करते हैं।
भाजपा के पूर्व जमशेदपुर महानगर प्रवक्ता अंकित आनंद ने सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) की कार्यसंस्कृति पर भी प्रश्नवाचक चिन्ह लगाते हुए ट्वीट किया है। कहा कि यदि बाल कल्याण समिति के जिम्मेदार सदस्यों ने नियमित निरीक्षण किया होता तो यह प्रबल संभावना रहती की पीड़ित बच्चियाँ उन्हें अपना दर्द बयां करती। कहा कि वर्ष 2018 में राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम ने मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट का निरीक्षण किया था एवं संसाधनों का अभाव बताते हुए शेल्टर होम हो दूसरे सुरक्षित जगह पर शिफ़्ट करने का निर्देश दिया था। तब भी जिला बाल कल्याण समिति की चेयरमैन पुष्पा रानी तिर्की थी। पद का दुरुपयोग करते हुए न केवल शिफ्टिंग के आदेशों की अवमानना की गई बल्कि शमशेर टॉवर अपार्टमेंट परिसर में अतिक्रमण कर के अवैध निर्माण भी कराये गये। शनिवार को ट्वीट करते हुए भाजपा नेता अंकित आनंद माँग किया कि 11 सदस्यीय जाँच कमिटी इस बिंदु पर भी जाँच करें कि सीडब्ल्यूसी के सदस्य अथवा जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी के स्तर से शेल्टर होम का नियमित निरीक्षण हुआ अथवा नहीं। क्या निरीक्षण के क्रम में बच्चों से एकांत में उनकी समस्या जानने का प्रयास हुआ अथवा नहीं। क्या संचालकों को दूर रखकर गोपनीय रूप से बच्चों से परेशानी जानने का प्रयास हुआ ? अंकित ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की चेयरमैन पुष्पा रानी तिर्की ने पद का दुरुपयोग किया और अपने पति के शेल्टर होम को हर संभव लाभ पहुंचाया।