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आदिवासी सेंगेल अभियान के तहत चांडिल रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक जाम कई ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

आदिवासी सेंगेल अभियान के तहत चांडिल रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक जाम कई ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित
पारसनाथ को आदिवासियों को सुपुर्द करने और सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान के तहत सैकड़ों लोगों ने सिकली रेलवे लाइन जाम कर दिया. जिससे कई ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया. आंदोलनकर्ताओं ने महाट्रैक जाम की भी चेतावनी दी है.
सरायकेला: आदिवासी सेंगेल अभियान के तहत पारसनाथ तीर्थ स्थल को आदिवासी समुदाय को सुपुर्द करने और सरना धर्म कोड लागू करने की मांग की जा रही है. इसी मांग को लेकर आज सुबह आदिवासी सेंगेल अभियान कोल्हान जोन के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने चांडिल रेलवे स्टेशन के पास सिकली रेलवे लाइन को जाम कर दिया. जिससे कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा.
रेल ट्रैक जाम करते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान के सदस्य सुबह तकरीबन 6:30 बजे सिकली रेलवे लाइन के पास झंडे, बैनर और पोस्टर लेकर रेलवे ट्रैक पर उतर गए. इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की. ट्रैक जाम करने से इस रूट पर चलने वाली आनंद विहार नयी दिल्ली, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, बरकाकाना और हाटिया यात्री ट्रेन बाधित रही. वहीं टाटानगर स्टेशन से होकर गुजरने वाले कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
इधर रेलवे ट्रैक जाम होने की सूचना के बाद रेलवे पुलिस बल और चांडिल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों को समझाया. जिसके बाद रेलवे ट्रैक से जाम हटा लिया गया और रेल आवागमन फिर से बहाल की जा सकी. हालांकि, आंदोलनकर्ताओं ने चेतावनी देकर जाम हटाया है.
आदिवासी सेंगेल अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष और आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे सोनाराम सोरेन ने मौके पर बताया कि यदि सरकार आने वाले दिनों में उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती है तो आगामी 11 अप्रैल से फिर से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी. जिसमें जबरदस्त तरीके से रेलवे ट्रैक जाम किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी सरकार पर होगी.