झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

आँखों में गंगाजल आया

आँखों में गंगाजल आया
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आज धूप, कल बादल आया
नहीं उलझनों का हल आया

मिला भरोसा अपनों से तब
जीवन में नूतन बल आया

बिछड़े अपने या मिलने पे
आँखों में गंगाजल आया

जिससे गहरा प्यार दिलों में
वो यादों में पल पल आया

जो समझे आसान जिन्दगी
उसके रस्ते दलदल आया

जबरन खामोशी ओढ़ी तो
भीतर में कोलाहल आया

चोट लगे पर मत घबराना
छूआ छाछ सुमन जल आया

श्यामल सुमन