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खरसावां में जंगली हाथियों का उत्पात जारी

खरसावां जिले में जंगली हाथियों के झुंड का उत्पात जारी है. जंगली हाथियों ने पैरों तले धान के फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया है. वहीं रात भर जागकर कर धान कीं रखवाली करने को लेकर किसान काफी परेशान है. क्षेत्र पदाधिकारी अर्पणा

चंद्रा ने वन विभाग के कर्मियों के साथ हाथी प्रभावित गांवों का दौरा किया है.

खरसावां: जिले में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम ही नहीं ले रही है. बीते रात जंगली हाथियों के एक झुंड ने हरिभंजा पंचायत के रामपुर व मेहनबेड़ा गांव में पहुंच कर पैरों तले धान के फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया. साथ ही घर के पास खेतों में लगाए गए सब्जी की खेती को भी बर्बाद कर दिया.
बताया जा रहा है तीन झुंड में करीब 22 जंगली हाथी खरसावां में इन दिनों विचरण कर रहे है. जंगली हाथियों का झुंड पास के जंगलों में डेरा डाला हुआ है. दिन के समय जंगली हाथी जंगलों में चले जाते है और शाम होते ही जंगल से गांव की ओर रुख करते हैं. जंगली हाथी खेतों में पैदल चलते हुए धान के बिछड़ों को पैरों से रौंद कर बर्बाद कर रहे है. इससे धान के पौधे खराब हो रहे है और किसानों को काफी नुकसान पहुंच रही है. जंगली हाथी पिछले दो सप्ताह से खरसावां वन क्षेत्र में उत्पात मचा रहे है. हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने के लिए ग्रामीणों को मशाल व पटाखा का सहारा लेना पड़ रहा है. मशाल जला कर औरपटाखा फोड़ कर हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा जा रहा है.
जंगली हाथियों को गांव से जंगल की ओर खदेड़ने के लिए ग्रामीणों को रात जागकर रहना पड़ रहा है. वन क्षेत्र पदाधिकारी अर्पणा चंद्रा ने वन विभाग के कर्मियों के साथ हाथी प्रभावित गांवों का दौरा कर हाथियों की तरफ से किए नुकसान की जानकारी ली. इस दौरान किसानों को मुआवजा हेतु आवदेन करने को कहा है. रेंजर अपर्णा चंद्रा ने बताया कि हाथियों की तरफ से किए जा रहे नुकसान की जानकारी विभाग को हर दिन दी जा रही है. इस दौरान हाथी प्रभावित गांव के किसानों के बीच पटाखों का वितरण भी किया गया.