झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

यह विकास की मँहगाई है

यह विकास की मँहगाई है
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उसने जो भी नहीं किया वो, बता रहे हैं खुशी खुशी
लोकतंत्र की अर्थी को अब, सजा रहे हैं खुशी खुशी

ऐसी कीमत बढ़ी तेल की, तेल निकलता लोगों का
यह विकास की मँहगाई है, सुना रहे हैं खुशी खुशी

वो जब सुनते नहीं किसी की, मन की बात सुनाते क्यों
हर सवाल करने वालों को, दबा रहे हैं खुशी खुशी

देश सदा जनता से बनता, जनता यारो सिसक रही
खेल आंकड़ों का दिखलाकर, छुपा रहे हैं खुशी खुशी

प्रायः युवजन फंसे हुए हैं, वैचारिक अंधेपन में
उन लोगों को सुमन रास्ता, दिखा रहे हैं खुशी खुशी

श्यामल सुमन