झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

विश्वविद्यालयों में 552 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति पर ग्रहण

राज्य के विश्वविद्यालयों में 552 असिस्टेंट प्रोफेसर की होने वाली रेगुलर नियुक्ति प्रक्रिया डाटा अपलोड नहीं होने की वजह से रोकी गई है. इसे लेकर अभ्यर्थियों ने जेपीएससी पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है.

रांची: झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए 552 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति रूक गई है. प्रोफेसर की होने वाली रेगुलर नियुक्ति प्रक्रिया डाटा अपलोड नहीं होने की वजह से फिलहाल स्थगित की गई है. बता दें कि 5 अगस्त को बैकलॉग के 99 अभ्यर्थियों का चयन असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए किया गया है. अभी भी 27 विषयों के बैकलॉग के कई पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया होनी है.
जानकारी के मुताबिक अगस्त 2018 में उम्मीदवारों से आवेदन मांगा गया था. उस दौरान ऑफलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे. ऑफलाइन आवेदनों को डाटा एंट्री के तहत अपलोड किया जाना था. कंप्यूटर में अपलोड होने के बाद इन तमाम आवेदनों की स्क्रुटनी की जानी थी. इसके बाद ही चयनित अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाना था. कोविड-19 के कारण सारी प्रक्रियाएं धरी की धरी रह गईं और अब तक डाटा इंट्री भी नहीं किया जा सका है. ऐसे में अभ्यर्थियों के साथ-साथ विश्वविद्यालयों की चिंता भी बढ़ी है.राज्य के विश्वविद्यालयों में अभी प्रोफेसरों की काफी कमी है. लगातार प्रोफेसर नियुक्ति की मांग की जाती रही है. लेकिन अभी भी ऐसे सैकड़ों प्रोफेसर के पद हैं जो खाली हैं. वहीं, अभ्यर्थियों ने जेपीएससी पर लगातार गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है. बैकलॉग के 556 रिक्त पदों में से कुछ पदों पर नियुक्ति हुई है. बैकलॉग के मात्र 5 विषयों के लिए ही असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जा सकी है और अभी भी 20 से अधिक विषयों पर नियुक्ति की जानी है