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वेंटिलेटर नहीं मिलने के कारण समाजसेवी अधिवक्ता का निधन

जमशेदपुर: जमशेदपुर कोर्ट के जाने-माने अधिवक्ता गिरजा शंकर जयसवाल सह फ्री लीगल एंड कमिटी के सचिव का निधन दिन के लगभग 9:30 बजे टीएमएच की लापरवाही से हो गया है उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी पर टीएमएच प्रबंधन के द्वारा उन्हें सही वक्त पर वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं कराया गया

उनकी पत्नी श्रीमती जयसवाल ने भरसक प्रयास किया कि टीएमएच में उन्हें वेंटिलेटर मिल जाए पर वेंटिलेटर खाली नहीं होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर नहीं मिल पाया जिससे उनकी मृत्यु हो गई

एडवोकेट जयसवाल जाने-माने समाजसेवी
थे। अंधविश्वास विरोधी डायन प्रताड़ना पर निषेध कानून बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही इस कानून को झारखंड सरकार ने लागू किया इसकी ड्राफ्टिंग सीनियर अधिवक्ता गिरजा शंकर जयसवाल ने ही की थी,

गिरजा शंकर जयसवाल की धर्मपत्नी श्रीमती प्रभा जयसवाल भी जमशेदपुर की जानी-मानी महिला समाजसेवी है आदर्श सेवा संस्थान के माध्यम से बच्चों एवं बाल मजदूरी को लेकर काम कर रही है

फ्री लीगल एंड कमिटी के संस्थापक सदस्य प्रेम चन्द्र, जवाहर लाल शर्मा और अंजलि बोस ने उनके आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है फ्री लीगल एड कमिटी के सचिव को टीएमएच में वेंटिलेशन उपलब्ध नहीं मिलने के कारण मृत्यु हुई है जो कि टाटा प्रबंधन और टाटा मुख्य अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर सवालिया निशान है जहां एक ओर टाटा प्रबंधन व जिला प्रशासन यह दावा करती है की कोरोना से लड़ने के लिए जमशेदपुर पूरी तरह तैयार है पर आज भी मरीज को वेंटिलेटर उपलब्ध
नहीं होने के कारण मृत्यु की आगोश में सुला दिया जा रहा है