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वाहनों से खुल्लम खुल्ला अवैध वसूली कर रहे पुलिसकर्मी, एसपी ने कही कार्रवाई की बात

इन दिनों पाकुड़ के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाको में कोयला, बालू और पत्थर परिवहन में लगे वाहनों से 50 से लेकर 200 रूपये तक की वसूली पुलिसवालों की तरफ से की जा रही है. इससे इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के बीच आक्रोश भी बढ़ता ही जा रहा है.

पाकुड़: कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम में पुलिस की बेहतर छवि बनी है. लेकिन पाकुड़ जिले में पुलिस अपने मूलमंत्र से भटक गयी है. यही वजह है कि यहां अवैध कारोबार को पुलिस संरक्षण दे रही है.
रात के अंधेरे में तो छोड़ दीजिए दिन के उजाले में भी अवैध वसुली मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाको में हो रही है. क्योंकि पुलिस की भूख नहीं मिट रही है. आखिर साहब की तरह उन्हें सुख जो चाहिए. साहब तो साहब हैं उन्हे सरकार ने हर तरह की सुख-सुविधा दे रखी है और इनके नीचे स्तर के कर्मी और अधिकारियों को दिन और रात ड्यूटी करनी पड़ रही है. इसलिए छुपते-छुपाते ही नहीं ये लोग खुल्लम खुल्ला अवैध वसूली कर रहे हैं ऐसा ही खेल पाकुड़ जिले के मुफसिल थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में गश्ती में शामिल पुलिस अधिकारी और जवान कर रहे हैं. ट्रक हो या डंपर चालक इन्हे रोज गश्ती में शामिल अधिकारियों और जवानों को सुविधा शुल्क देना पड़ रहा है.
बता दें कि अगर चालकों ने नजराना पेश नहीं किया तो कानुनो और नियमों का हवाला देकर इन्हें परेशान किया जाता है. इन दिनों कोयला हो, बालू हो या पत्थर का परिवहन सभी में पैसे की वसूली हो रही है. 50 से लेकर 200 रूपये प्रति डंपर, ट्रक और ट्रैक्टरों से पुरूषार्थ सहयोगी और लिप्सारहित मंत्र को कंठस्त करने वाले पुलिस वसुल रहे हैं. पत्थर के कारोबार में शामिल ट्रक मालिकों, चालकों और कारोबारियो में पुलिस की इस हरकत से लगातार आक्रोश बढ़ रहा है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक मणिलाल मंडल ने फोन पर बताया कि मामला गंभीर है और थाना प्रभारी मुफस्सिल से शोकाॅज जारी कर पूछा जायेगा और अवैध वसूली में शामिल अधिकारी और कर्मी पर कार्रवाई की जायेगी.