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उपायुक्त ने की चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ बैठक

धनबाद :उपायुक्त उमा शंकर ने चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जहां उन्होंने प्लाज्मा थेरेपी के जरिए इलाज शुरू करने के लिए एक महीने का लक्ष्य निर्धारित किया है. बता दें कि कोरोना के बढ़ रहे मामले को देखते हुए संक्रमित मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से करने की बात हो रही है.

धनबाद: जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी से उपचार करने की बात कही जा रही है. इसके लिए उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने शुक्रवार को समाहरणालय के सभागार में सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास व पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र कुमार एवं अन्य चिकित्सकों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान प्लाज्मा थैरेपी प्रक्रिया की जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश उपायुक्त ने दिया है.
उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने इसका उपचार शुरू करने के लिए आवश्यक उपकरण, लागत, मैनपावर, इंडियन कैंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च, नई दिल्ली से चेक लिस्ट और रिम्स, रांची से उपचार प्रारंभ करने की प्रक्रिया की जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
उपायुक्त ने कहा कि मशीन और उपकरणों की खरीद लंबे समय की योजना बनाकर करना है. साथ ही मशीन आपूर्तिकर्ता से उसके रखरखाव के लिए भी करार करना है. उपायुक्त ने प्लाजमा थेरेपी से उपचार को प्रारंभ करने के लिए एक माह का लक्ष्य निर्धारित किया है.
बैठक में पीएमसीएच के डॉ. अजय कुमार ने बताया कि उपचार के लिए प्लाज्मा फेरेसिस मशीन, रक्त को सुरक्षित रखने के लिए माइनस 40 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान का रेफ्रिजरेटर, पीएच मीटर व अन्य उपकरणों की आवश्यकता होगी. साथ ही बताया कि उनके यहां कार्यरत गुणाधर पंडित ने रांची रिम्स में रक्त से प्लाज्मा को अलग करने की एक साल की ट्रेनिंग ली है. डॉ. गुणाधर ने कहा कि वे दो दिन में सारी जानकारी उपायुक्त को उपलब्ध करा देंगे.
धनबाद में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अब इस बात की चर्चा हो रही है कि गंभीर कोरोना संक्रमण के मामले में प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया जाए. इसी के तहत डीसी ने एक बैठक का आयोजन किया और प्लाजमा थेरेपी से उपचार को शुरू करने के लिए एक महीने का लक्ष्य निर्धारित किया है. साथ ही उपचार प्रारंभ करने की प्रक्रिया की जानकारी जल्द ही उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.