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टाउन हॉल बना ईवीएम गोदाम, लोगों को हो रही परेशानी

दुमका के लोग कुछ साल पहले टाउन हॉल का भरपूर इस्तेमाल करते थे. सरकारी होने की वजह से यह बहुत सस्ते में मिल जाता था, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद इस टाउन हॉल में ईवीएम रख दिया गया. उसके बाद से यह ईवीएम का गोदाम बना हुआ है, जिससे गरीब लोगों को शादी-विवाह में काफी तकलीफ होती है.

दुमका: किसी भी शहर का टाउन हॉल उस शहर की शान होता है. छोटे-मोटे सांस्कृतिक कार्यक्रम से लेकर लोगों के निजी कार्यों जैसे जन्मदिन, शादी-विवाह सहित अन्य समारोह में इसका इस्तेमाल होता है. दुमका में भी एक टाउन हॉल का निर्माण कराया गया था. कुछ साल पहले तक लोग इसका भरपूर इस्तेमाल करते थे. सरकारी होने की वजह से महज 15 सौ से 2 हाजार रुपए के प्रतिदिन किराये में लोगों को उपलब्ध हो जाता था, जबकि इस तरह के हॉल निजी लोगों से लेने में किराया कम से कम दस हजार होता है. कुल मिलाकर यह आम जनता के लिए काफी किफायती और बहुउपयोगी था, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद इस टाउन हॉल में ईवीएम रख दिया गया. उसके बाद से यह ईवीएम का गोदाम बना हुआ है.
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और झामुमो के बीच चुनाव परिणाम को लेकर कुछ विवाद उत्पन्न हुआ था. मामला विवादित होने के बाद ईवीएम को सुरक्षित रखे जाने की जरूरत थी. उस वक्त तत्काल टाउन हॉल में सारे ईवीएम रख दिये गए थे. 2014 से 2019 का लोकसभा का कार्यकाल समाप्त हो गया, लेकिन आज तक ईवीएम टाउन हॉल में ही पड़े हुए हैं. यह टाउन हॉल जनता का काफी काम आता था, लेकिन सालों से ईवीएम का गोदाम बना हुआ है. इससे स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है. लोगों का कहना है कि इसके खाली रहने से उनलोगों को काफी सुविधा होती थी, लेकिन इसे गोदाम बना दिया गया. वह सरकार से अविलंब इस गोदाम को खाली कराकर जनता को सुपुर्द कराने की मांग कर रहे हैं.
इस संबंध में दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि ईवीएम के लिए वेयर हाउस बन कर तैयार हो गया है. टाउन हॉल में जो 2014 के लोकसभा ईवीएम रखे हुए हैं, उसके लिए निर्वाचन विभाग से वे बात कर रहे हैं. बहुत जल्द उसे खाली करा दिया जाएगा. वजह चाहे कोई भी हो, जनता के लिए काफी उपयोगी इस टाउनहॉल को गोदाम बना देना कहीं से उचित प्रतीत नहीं होता है. प्रशासन को चाहिए कि अविलंब इस दिशा में पहल करते हुए टाउन हॉल को जनता के हवाले करें.