झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

सरकारी हस्पताल में सीटी स्कैन की व्यवस्था की गई है तो वह चौबीस घंटे के लिए होनी चाहिए परंतु यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है

जमशेदपुर – करनडीह घाघीडीह का रहने वाला बी एन सिंह मुंडा जिसकी दुर्घटना में सर में चोट लग गई उसे एमजीएम हस्पताल लाय गया जहां डॉक्टरों ने कहा कि तुरंत सिटी स्किन कराने के लिए परंतु सिटी स्कैन वालों को लगातार फोन किया गया वह फोन नहीं उठाया खबर मिलते ही विमल बैठा एमजीएम अस्पताल पहुंचे उन्होंने एमजीएम प्रशासन से भी वार्ता किया एमजीएम प्रशासन ने साफ कह दिया कि वह मणिपाल प्राइवेट को दिया गया है इस कारण हम लोग कोई दबाव नहीं बना सकते परंतु एक सवाल खड़ा होता है कि अगर सरकारी हस्पताल में सीटी स्कैन की व्यवस्था की गई है तो वह चौबीस घंटे के लिए होनी चाहिए परंतु यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है जिससे कई जान जाने का डर बना हुआ है विमल बैठा जब उच्च अधिकारियों से वार्ता किया तो उन्होंने साफ कह दिया कि वह अपनी मर्जी से सीटी स्कैन चला रहे हैं यहां तक कि वह हमारे कंट्रोल से बाहर हैं जब सरकार द्वारा सीटी स्कैन खोला गया है तो इसकी सुविधा क्यों उपलब्ध नहीं हो पा रही है यह बहुत बड़ा सवाल बन चुका है