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सिंहभूम जिला भोजपुरी साहित्य परिषद् जमशेदपुर का जिला सम्मेलन भोजपुरी भवन गोलमूरी में आयोजित किया गया

जमशेदपुर – आज सिंहभूम जिला भोजपुरी साहित्य परिषद् जमशेदपुर का जिला सम्मेलन भोजपुरी भवन गोलमूरी में आयोजित किया गया। सम्मेलन को तीन सत्रों में विभक्त किया गया था। प्रथम सत्र में ‘भारतीय संस्कृति और कबीर’ विषय पर परिचर्चा एवं आगत अतिथियों का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि के रुप में मंच पर प्रसिद्ध गीतकार डाँ सुभाष चन्द्र यादव,विशिष्ठ अतिथि के रुप में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पाण्डेय एवं सम्मानित अतिथि के रुप में कौलेश्वर पाण्डे उपस्थित थे। प्रथम सत्र की अध्यक्षता अरविंद विद्रोही ने किया। संचालन का दायित्व संजय पाठक स्नेही ने संभाला।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। तदुपरांत वीणा पाण्डेय भारती द्वारा बटोहिया गीत की प्रस्तुति दी गई। विमल किशोर विमल ने स्वागत गीत एवं वरुण प्रभात ने स्वागत भाषण दिया। मुख्य अतिथि डाँ सुभाष चंद्र यादव को रामसेवक विकल स्मृति सम्मान 2023 एवं सम्मानित अतिथि कौलेश्वर पाण्डेय को भोजपुरी सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया। जिसके अन्तर्गत अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं गुलदस्ता भेंट की गई। विशिष्ट अतिथि को अंग वस्त्र एवं गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के बाद परिचर्चा का विषय ‘भारतीय संस्कृति और कबीर’ का विषय प्रवेश डाँ संध्या सिन्हा ने किया। सामाजिक परिपेक्ष में कबीर के महत्व को रेखांकित करते कबीर को सबसे प्रासंगिक कवि के रुप में निरूपित किया। विशिष्ट अतिथि श्री राकेश्वर पाण्डेय ने भोजपुरी के पहले कवि के रुप में कबीर को याद करते हुए उन्हें संत परंपरा का महान कवि बताया। सम्मानित अतिथि कौलेश्वर पाण्डेय ने अपने व्यक्तव्य में भोजपुरिया समाज की एकजुटता पर विशेष जोर दिया। मुख्य अतिथि डाँ सुभाष चंद्र यादव ने कबीर के समग्र साहित्य को उद्धृत करते हुए उसे समाज के लिए खासकर युवा पीढ़ी के लिए सबसे जरुरी एवं महत्वपूर्ण दस्तावेज बताया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अरविंद विद्रोही ने परिषद् के गठन एवं भोजपुरी भवन के निर्माण की यात्रा का ज़िक्र करते हुए अधिक से अधिक लोगों से जुड़ने की अपील की। धन्यवाद ज्ञापन की औपचारिकता यमुना तिवारी हर्षित ने पुरी की।
सचिव का प्रतिवेदन वरुण प्रभात ने प्रस्तुत किया।
द्वितीय सत्र में कवि गोष्ठी आयोजित की गई। जिसकी शुरुआत डाँ सुभाष चंद्र यादव के गीत ‘केहूँ कतनों दुलारी बाकिर माई ना होई’ से हुई ।
कार्यक्रम में विशेष रुप से प्रदीप सिंह भोजपुरियां, कृपा शंकर, चंद्रकांत,सागर तिवारी,शशि मिश्रा, सूरज सिंह राजपूत, संतोष चौबे,सोनी सुगंधा, कौशलेश कुमार,शैलेन्द्र पाण्डेय शैल, उमेश चतुर्वेदी, डाँ अजय किशोर चौबे, एस एस पी श्रीवास्तव, यमुना तिवारी व्यथित, शशि ओझा, शशि सिंह, ओम प्रकाश सिंह, डाँ मिथिलेश कुमार चौबे ,राजेन्द्र सिंह आदि की उपस्थिति विशेष रुप से उल्लेखनीय रही। उक्त जानकारी वरुण प्रभात प्रधान सचिव सिंहभूम जिला भोजपुरी
साहित्य परिषद् जमशेदपुर ने दी है