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सील हुए स्टोन क्रेशर का हो रहा था संचालन, छापेमारी कर फिर से किया गया बंद एफआईआर दर्ज

सील हुए स्टोन क्रेशर का हो रहा था संचालन, छापेमारी कर फिर से किया गया बंद
एफआईआर दर्ज

पलामू ने स्टोन क्रेशर संचालकों का दुस्साहस कितना बढ़ गया है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिन क्रेशरों को प्रशासन ने सील कर दिया था उनका फिर से संचालन हो रहा था मामले की सूचना मिलते ही डीएमओ की कार्रवाई करते हुए आठ अवैध स्टोन क्रेशर को फिर से सील कर एफआईआर दर्ज कर लिया गया है.
पलामू: प्रशासन ने जिन स्टोन क्रेशरों को सील किया था, उन स्टोन क्रेशर का संचालन बेधड़क किया जा रहा था इसका खुलासा डीएमओ की कार्रवाई में हुआ है. दरअसल पलामू जिला खनन विभाग को सूचना मिली थी कि पांकी के इलाके में अवैध रूप से स्टोन क्रेशर का संचालन किया जा रहा है. इसी सूचना के आलोक में जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार और पांकी थाना के पुलिस ने छापेमारी की. इस छापेमारी में प्रशासनिक टीम को जानकारी मिली कि एक अगस्त को पांकी के गरीहारा और बालूडीह में स्टोन क्रेशर को सील किया गया था दोनों स्टोन क्रेशर का संचालन हो रहा था.
डीएमओ ने मामले में कार्रवाई करते हुए दोबारा दोनों स्टोन क्रेशर को सील कर दिया. दोनों के संचालकों ने पूर्व के सील को तोड़ दिया था. पूरे मामले में डीएमओ ने पांकी के विभिन्न इलाकों में संचालित आठ स्टोन क्रेशर को सील किया है, जबकि मौके से 5300 सीएफटी बोल्डर, 22500 सीएफटी स्टोन जब्त किए गए हैं. जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि मामले में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है. छापेमारी में पांकी थाना की पुलिस भी शामिल थे.
पांकी के फलवारिया में संचालित स्टोन क्रेशर के संचालक अजय विश्वकर्मा पार्टनर मिथिलेश साव, बनखेता के अनुज सिंह, रंगाई के विष्णुदेव यादव, खपरमंडा के अजय यादव, गरिहार के शंकर यादव, अजय यादव, नुरू के सोनू गुप्ता, नुरू के ही संजय साव के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है.