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साहित्य समकालीन समाज एवं संस्कृति का व्याख्याता होने के साथ साथ अतीत एवं भविष्य का सेतु भी है। युवा साहित्यकार अपनी कविताओं, कहानियों एवं आलोचनात्मक आलेखों से समाज और राजनीति को सकारात्मक दिशा प्रदान कर सकते हैं: अशोक अविचल

साहित्य समकालीन समाज एवं संस्कृति का व्याख्याता होने के साथ साथ अतीत एवं भविष्य का सेतु भी है। युवा साहित्यकार अपनी कविताओं, कहानियों एवं आलोचनात्मक आलेखों से समाज और राजनीति को सकारात्मक दिशा प्रदान कर सकते हैं। यह बातें पूर्वी क्षेत्रीय युवा लेखक सम्मेलन का उदघाटन करते हुए साहित्य अकादेमी के पूर्वी क्षेत्र के संयोजक एवं एलबीएसएम कॉलेज जमशेदपुर के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार झा ने कहा। दार्जिलिंग के साउथ फिल्ड कालेज में आयोजित दो दिवसीय पूर्वी क्षेत्रीय युवा लेखक सम्मेलन का उदघाटन सम्मिलित रूप से अकादेमी के सचिव के निवास राव, संयोजक अशोक अविचल, जीवन नामदुंग ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
हिंदी अंग्रेजी सहित पुर्वी क्षेत्र के 11भाषाओ के 22 युवा साहित्यकार इसमें भाग ले रहे हैं।