झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

राष्ट्रीय जनता दल अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मंजर अमीन, झारखंड प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव सह पश्चिम विधानसभा विधायक प्रतिनिधि मौलाना अंसार खान, उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार शाकिर अजीमाबादी, झारखंड प्रदेश ऑल इंडिया आइडियल टीचर एसोसिएशन के प्रोफ़ेसर जावेद अख्तर अंसारी यह प्रतिनिधिमंडल झारखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आवास में जाकर ज्ञापन सौंपा

जमशेदपुर- राष्ट्रीय जनता दल अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मंजर अमीन, झारखंड प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव सह पश्चिम विधानसभा विधायक प्रतिनिधि मौलाना अंसार खान, उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार शाकिर अजीमाबादी, झारखंड प्रदेश ऑल इंडिया आइडियल टीचर एसोसिएशन के प्रोफ़ेसर जावेद अख्तर अंसारी यह प्रतिनिधिमंडल झारखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आवास में जाकर ज्ञापन सौंपा। मंजर अमीन ने मंत्री बन्ना गुप्ता से कहा कि पूरे झारखंड में उर्दू विद्यालयों से उर्दू में लिखे स्कूल का नाम मिटाया जा रहा है और जो उर्दू विद्यालयों में शुक्रवार का अवकाश होता है उसे रविवार का कर दिया गया है। और जमशेदपुर जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय जमशेदपुर के मौखिक आदेश पर जिले के उर्दू विद्यालयों से उर्दू में लिखे स्कूल नामों को मिटवाया गया है और शुक्रवार साप्ताहिक अवकाश को रविवार कर दिया गया है। जमशेदपुर विद्यालयों से उर्दू के नाम और साप्ताहिक अवकाश को बदला गया है, उसमें करिमिया एन वन टाइप उर्दू मिडिल विद्यालय कदमा, बागान शाही उर्दू प्राथमिक विद्यालय मानगो, बावनगोड़ा मिडिल विद्यालय मानगो, मखदुमपुर उर्दू मिडिल विद्यालय जमशेदपुर, मिल्लत उर्दू प्राथमिक विद्यालय जुगसलाई जमशेदपुर है। यह सभी विद्यालय उर्दू माध्यम के विद्यालय हैं और यहां साप्ताहिक अवकाश हमेशा शुक्रवार को होता रहा है। इसके साथ ही यहां पढ़ने वाले 100 प्रतिशत बच्चे अल्पसंख्यक और उर्दू भाषी हैं।
इसकी जानकारी देते हुए आज प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री  से मांग करते हुए कहा कि स्कूल के संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय जमशेदपुर द्वारा दिए गए मौखिक आदेश को वापस लेते हुए विद्यालय को आदेश देते हुए उक्त उर्दू विद्यालयों में स्कूल का नाम उर्दू में लिखा जाए और रविवार की जगह शुक्रवार को ही साप्ताहिक अवकाश दिया जाए। जिससे अल्पसंख्यकों में सरकार के प्रति विश्वास कायम रहे। प्रतिनिधिमंडल में मोहम्मद अयूब और मोहम्मद अजीज मौजूद थे।