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रामगढ़ आश्रम हाता का वार्षिक महायज्ञ अनुष्ठान सह पांच दिवसीय अखंड हरिनाम संकीर्तन 5 फरवरी 2023 से 

रामगढ़ आश्रम हाता का वार्षिक महायज्ञ अनुष्ठान सह पांच दिवसीय अखंड हरिनाम संकीर्तन 5 फरवरी 2023 से
हरेक वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्राचीन गुरुकुल रामगढ़ आश्रम हाता में 55 वां पांच दिवसीय महा यज्ञानुष्ठान सह अखंड हरिनाम संकीर्तन आगामी 5 फरवरी 2023 से शुरू हो रहा है यह जानकारी आश्रम के अध्यक्ष  सुधांशु शेखर मिश्रा और सचिव अनिरुद्ध गोप ने दी।गंधाधिवास 4 फरवरी को होगी।5 फरवरी को कलश यात्रा के साथ यज्ञ और हरिनाम संकीर्तन शुरू होंगे। 10 फरवरी को पूर्णाहुति, नाम भंग,यज्ञोपवीत संस्कार,महाप्रभु की भोग आरती होगी। इस वर्ष हरिनाम संकीर्तन में राधा गोविंद कीर्त्तन सम्प्रदाय पश्चिम मेदनीपुर, शिव राम दास गोस्वामी, नीमडीह,हराधन दास गोस्वामी पुरुलिया, पंचानन दास गोस्वामी पुरुलिया, अन्न दास गोस्वामी पुरुलिया, ब्रज किशोर दास गोस्वामी पुरुलिया, हरेन दास गोस्वामी पुरुलिया और नदिया चांद गोस्वामी पुरुलिया के कीर्त्तन मंडलियों ने भाग लेंगे।इसके अलावे 17 फरवरी 2023 को संध्या 7.30 बजे  सांत्वना घोष, राधबल्लव सम्प्रदाय, बोलपुर शांतिनिकेतन का पदावली कीर्त्तन होंगे।रामगढ़ आश्रम का संस्थापक ब्रह्मलीन श्रीश्री 108 वालक दास बाबाजी है जिन्होंने सन 1966 को आश्रम की स्थापना की है।1968 साल से यज्ञानुष्ठान और अखंड हरिनाम संकीर्तन प्रतिवर्ष माघी पूर्णिमा में आयोजन किया जाता है।अभी विष्णु यज्ञ चल रहा है।इसके पूर्व बिष्णु यज्ञ,चंडी यज्ञ,रुद्र यज्ञ,गीता यज्ञ हो चुके हैं।एक यज्ञ 12 साल तक चलता है।आज के समय में हरिनाम संकीर्तन तो होता है लेकिन यज्ञ बहुत कम होता है।विश्व शांति के लिए यज्ञ किया जाता है।वर्तमान इसका संचालन रामगढ़ आश्रम कमिटी ने कर रही है।