रांची में सरना स्थल से राम मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी ले जाने को लेकर आदिवासी सामाजिक संगठन विरोध कर रहे हैं. इसी के तहत आदिवासी सामाजिक संगठन का कहना है कि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से आदिवासियों की धार्मिक परंपरा को विखंडित करने का प्रयास किया जा रहा है.
रांची: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन में शामिल करने को लेकर और धार्मिक सरना स्थल की मिट्टी का उठाव के खिलाफ आदिवासी संगठन में विरोध का शोर शुरू हो गया है. इसको लेकर आदिवासी सामाजिक संगठन के लोग एकजुट होकर विरोध करने पर रणनीति बना रहे हैं.
आदिवासी सरना समाज के लोगों के मुताबिक राम मंदिर निर्माण में सरना स्थल से मिट्टी उठाना कहीं षड्यंत्र के तहत आदिवासियों को हिंदू में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है. आदिवासी सरना समाज रूढ़िवादी प्रथा के अनुरूप चलती है. किसी भी सूरत पर धार्मिक सरना स्थल की मिट्टी या अन्य चीजों का उठाव की इजाजत किसी को नहीं होती है बावजूद इसके मिट्टी का उठाव किया जा रहा है.
सरना स्थल से मिट्टी उठाए जाने को लेकर धर्मगुरु बंधन तिग्गा और समाजसेवी डॉ. करमा उरांव ने कहा है कि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से आदिवासियों की धार्मिक परंपरा को विखंडित करने का प्रयास किया जा रहा है. इसमें शामिल सभी आदिवासी गैर आदिवासी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि रांची में शुक्रवार को इसी के तहत पिस्का मोड़ सत्यारी सरना स्थल में एक बैठक का आयोजन किया गया था. जहां सरना स्थल से राम मंदिर निर्माण में मिट्टी ले जाने का आदिवासी सेना ने विरोध किया. साथ ही कहा कि रूढ़ीवादी परम्परा संस्कृति का मजाक उड़ाया जा रहा है.
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