झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

प्रेम गीत लिखना मुश्किल

प्रेम गीत लिखना मुश्किल
********************
हर बातो में वो बस अपना गर्व दिखाते हैं।
उन्हें आईना दिखलाकर हम फर्ज निभाते हैं।।

जब मानवता घायल होती, प्रेम गीत लिखना मुश्किल।
बेबस जनता हार रही जब, उसे जीत लिखना मुश्किल।
जो भी सच इतिहासों में हम दर्ज कराते हैं।
उन्हें आईना दिखलाकर —–

आमजनों को रोज दबाना, अब है जारी ताकत से।
खबरों में शासक गुण गायन, है सरकारी ताकत से।
सजग नागरिक होने का हम कर्ज चुकाते हैं।
उन्हें आईना दिखलाकर —–

सामाजिक परिवेश हो बेहतर, हम समाज के प्रहरी हैं।
कल भी थे हम, कल भी होंगे, सुमन आज के प्रहरी हैं।
सोच के अंधों जागो नित हम अर्ज सुनाते हैं।
उन्हें आईना दिखलाकर —–

श्यामल सुमन