पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी के पहल पर टाटा मुख्य अस्पताल से मरीज का 26 हज़ार रुपये का बिल माफ हुआ। पोटका निवासी शंकर सरदार को बीते दिनों साँप ने डंसा था। परिजनों द्वारा उसको बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर स्थित टाटा मुख्य अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के वावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इलाज के दौरान उनका कुल खर्च 50 हज़ार रुपये हो गया था। परिवार की आर्थिक स्थिति कमज़ोर होने के कारण, परिजनों ने कुल 24000/- रुपये का बिल जमा किया। शेष राशि भुगतान करने में परिजन असामर्थ्य थे जिससे वे पार्थिव शरीर नहीं ले पा रहे थे। इस आशय में मदद के लिए परिजनों ने पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी से मदद मांगा। उन्होंने परिवार की वित्तीय स्थिति पर संवेदनशीलता दिखाते हुए अस्पताल प्रबंधन से सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आग्रह किया। पूर्व विधायक कुणाल षडंगी के आग्रह पर अस्पताल प्रबंधन ने बाकी बचे 26 हज़ार रुपये का शेष बिल माफ़ कर दिया और पार्थिव शरीर को परिवार वालों को सौंप दिया। परिजनों ने पूर्व विधायक और भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी के प्रति आभार व्यक्त किया है
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