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पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन, थरूर ने दुख व्यक्त किया

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन, थरूर ने दुख व्यक्त किया

पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद दुबई में रविवार को निधन हो गया. वह 79 साल के थे. कांग्रेस नेता शशि थरूर और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया.

दुबई : पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद संयुक्त अरब अमीरात के अमेरिकी अस्पताल में रविवार को निधन हो गया. सोशल मीडिया की रिपोर्ट में उनके परिवार के सदस्यों के हवाले से कहा गया है कि पूर्व फोर-स्टार जनरल ने एमाइलॉयडोसिस के कारण दम तोड़ दिया. रिपोर्ट के अनुसार, उनकी बीमारी की जटिलता के कारण उन्हें कुछ हफ़्ते के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 1999 में सफल सैन्य तख्तापलट के बाद मुशर्रफ पाकिस्तान के दसवें राष्ट्रपति बने थे. उन्होंने 1998 से 2001 तक दसवें सीजेसीएससी  और 1998 से 2007 तक सातवें शीर्ष जनरल के रूप में कार्य किया.
मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त, 1943 को दिल्ली ब्रिटिश भारत में हुआ था. उन्हें 19 अप्रैल 1961 को पाकिस्तान सैन्य अकादमी काकुल से कमीशन मिला. उन्हें 1998 में जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया और सेना प्रमुख (सीओएएस) के रूप में पदभार संभाला. मुशर्रफ 2016 से दुबई में रह रहे थे. पूर्व राष्ट्रपति पिछले आठ साल से यूएई में इलाज करा रहे थे. पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया ने बताया कि इससे पहले, मुशर्रफ ने ‘अपना शेष जीवन’ अपने देश में बिताने की इच्छा व्यक्त की थी. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति जल्द से जल्द पाकिस्तान लौटना चाहते थे

सेवानिवृत्त जनरल की बीमारी 2018 में सामने आई थी जब ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) ने घोषणा की थी कि वह दुर्लभ बीमारी एमाइलॉयडोसिस से पीड़ित हैं.  पूरे शरीर में अंगों और ऊतकों में Amyloid नामक असामान्य प्रोटीन के निर्माण के कारण होने वाली दुर्लभ, गंभीर स्थितियों के समूह का नाम है. Amyloid प्रोटीन का निर्माण अंगों और ऊतकों के लिए ठीक से काम करना मुश्किल बना देता है. पार्टी के विदेशी अध्यक्ष अफजल सिद्दीकी ने कहा था कि मुशर्रफ की बीमारी ने उनके तंत्रिका तंत्र को कमजोर कर दिया है. उस वक्त उनका इलाज लंदन में चल रहा था.
30 मार्च 2014 को मुशर्रफ पर 3 नवंबर 2007 को पाकिस्तान के संविधान को निलंबित करने का आरोप लगाया गया था. 17 दिसंबर 2019 को एक पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने मुशर्रफ को उनके खिलाफ उच्च राजद्रोह के मामले में मौत की सजा सुनाई थी. पूर्व सैन्य शासक इलाज के लिए मार्च 2016 में देश छोड़कर दुबई चले गए थे और उसके बाद से पाकिस्तान नहीं लौटे
सूत्रों के  अनुसार मुशर्रफ के परिवार ने दुबई में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास में एक आवेदन दायर कर उनके पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए पाकिस्तान ले जाने की अनुमति मांगी थी. मुशर्रफ का पार्थिव शरीर पाकिस्तान लाने के लिए एक विशेष सैन्य विमान रावलपिंडी में नूर खान एयरबेस से दुबई के लिए उड़ान भरेगा. मुशर्रफ को कराची के कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा. उनके पारिवारिक सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने  पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के निधन पर शोक व्यक्त किया. थरूर ने कहा कि कभी भारत के कट्टर शत्रु रहे मुशर्रफ 2002-2007 के बीच शांति के लिए असली ताकत बन गए थे. तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा, मैं उन दिनों संयुक्त राष्ट्र में सालाना उनसे मिलता था. मुझे वह स्मार्ट, आकर्षक लगते थे. उनकी रणनीतिक सोच बहुत स्पष्ट थी.
थरूर ने ट्विटर पर पोस्ट किया: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का एक दुर्लभ बीमारी के कारण निधन हो गया: कभी भारत के कट्टर दुश्मन रहे वह 2002-2007 के बीच शांति के लिए असली ताकत बन गए थे। मैंने संयुक्त राष्ट्र में उन दिनों उनसे हर साल मुलाकात की थी. मुझे वह स्मार्ट, आकर्षक, स्पष्ट रणनीतिक सोच वाले लगते थे. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें.
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ एकमात्र पाकिस्तानी जनरल थे जिन्होंने ईमानदारी से कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की थी. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘गहरी संवेदना. वह एकमात्र पाकिस्तानी जनरल थे, जिन्होंने कश्मीर मुद्दे को ईमानदारी से सुलझाने की कोशिश की थी. वह जम्मू-कश्मीर की जनता की इच्छा के अनुरूप ऐसा समाधान चाहते थे जो भारत और पाकिस्तान को स्वीकार्य हो. हालांकि, भारत सरकार ने उनके और (पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी) वाजपेयी द्वारा लिए गए सभी विश्वास बहाली के कदमों को उलट दिया है, केवल संघर्ष विराम बाकी है.