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नये कृषि विधेयक से टूट रही विपक्षी दलों की मोनोपोली, इसलिए देश मे फ़ैला रहें भ्रम : कुणाल षाडंगी

मोदी सरकार द्वारा कृषि विधेयक पारित होने के बाद विपक्षी पार्टियों के द्वारा किसान भाइयों के बीच भ्रम फैलाई जा रही है। इस बिल के विषय में सही जानकारी देने के लिए रविवार को एमजीएम थाना अंतर्गत बड़ाबांकी में किसान विकास समिति के तत्वावधान में किसान चौपाल आयोजित कर कृषकों के मध्य जागरूकता और विधेयक के फ़ायदे गिनाये गयें। चौपाल में झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी और अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष बिमल बैठा उपस्थित थे । प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने सदन में पारित तीनों विधेयक के बारे में जानकारी दिया। सर्वप्रथम कृषि बिल के तहत सभी किसानों को अपना अनाज, मंडी में ही बेचना पड़ता था लेकिन अब इस नए विधेयक में किसान अपने इच्छा अनुसार मंडी एबं मंडी के बाहर जहाँ उन्हें सही कीमत मिले वहां अपना अनाज बेच सकते है। श्री षाड़ंगी ने आगे कहा की किसानों को अपने अनाज की मूल्य तीन दिनों के अंदर ही देना सुनिश्चित किया गया है। मोदी सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है। प्रधानमंत्री कृषि योजना के तहत प्रत्येक वर्ष किसानों को छह हज़ार रुपये दिए जा रहे है। नए कृषि बिल से किसानों को अपने अनाज का उचित मूल्य भी मिल सकेगा। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि विपक्षी दल इसलिए इसका विरोध कर रहे है क्योंकि जिन लोगों में किसानों को और मंडियों को अपना बपौति समझ के रखा था आज उनकी मोनोपॉली टूट रही है और उनकी चीखें निकल रही है। कहा कि जनता अब सब समझ रही है। कार्यक्रम को भाजपा नेता विमल बैठा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर कमिटी के अध्यक्ष भीम दास, सचिव मंगल महतो, कोषाध्यक्ष यादव रूपी दास समेत रामजीवन महतो, सारद कुंडू, निरोड रजक, सुबिर महतो ,अजित प्रामाणिक, तपन महतो शम्भू सिंह, जगदीश प्रामाणिक, लष्मीकांत साई अन्य किसान भाई उपस्थित थे।