नाम्या स्माइल फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल षाड़ंगी ने गिरीश गोप को भेंट किया अत्याधुनिक व्हील चेयर जिसे पाकर खिल उठे लोगों के चेहरे
घाटशिला प्रखंड के महुलिया पंचायत अंतर्गत कलीमती निवासी गिरीश चंद्र गोप उर्फ़ फुसरु, जो बीते तीस वर्षों से लकवाग्रस्त हैं। इसकी वजह से उनका चलना-फिरना बहुत बंद था। वे लंबे समय से खटिया पर जीने को मजबूर थे।
फुसरु की पत्नी लोगों के घरों में बर्तन और कपड़े साफ करने का काम करती हैं। परिवार की माली हालत लचर होने की वजह परिवार फुसरु के लिए व्हीलचेयर खरीद पाने में असमर्थ था।
साथ ही साथ पीड़ित की निशक्त पेंशन योजना छह वर्षों से बंद था, जिसे दोबारा शुरू कराया गया है। गिरीश गोप ने महुलिया पंचायत के पंसस शीला गोप को एक व्हीलचेयर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। शीला गोप ने इसकी सूचना फोन पर नाम्या स्माइल के फाउंडेशन संस्थापक कुणाल षाड़ंगी को देते हुए फुसरु की स्थिति से अवगत कराया, जिसके बाद उन्होनें नाम्या स्माइल के फाउंडेशन की तरफ से व्हीलचेयर की व्यवस्था की।
व्हील चेयर मिलने से अब फुसरु भी आस- पास घूम सकेंगे। इस दौरान गिरीश गोप के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी। उनके परिवार ने नाम्या स्माइल फाउंडेशन और कुणाल षाड़ंगी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि ऐसे कठिन समय में संस्था ने उनकी परेशानी समझकर मदद की, जिसे कभी भूला नहीं जा सकता।
इस मौके पर हीरा सिंह, दिनेश सोरेन, सिबा दत्ता,पिंटू दत्ता, डोमन दियासी, गोविंद सिंह, चन्दन गोप,मुरारी मोहन दत्ता और भी युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।
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