मतदान से दो दिन पहले 26 तारीख को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के समय हुए लाठीचार्ज और उसमें गोली से एक की मौत के बाद मुंगेर जल रहा है। भारत निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के डीएम और एसपी को हटाने का आदेश दिया है। दैनिक भास्कर ने पहले ही आशंका जतायी थी कि अफसरों पर कार्रवाई से ही मामला शांत हो सकता है। इसमें देरी महंगी पड़ी।
प्रशासन या चुनाव आयोग ने कार्रवाई में दो दिन लगा दिए। 28 तारीख को चुनाव के दिन मुंगेर में शांति रही। बेकापुर और शादीपुर के लोगों ने मतदान में कम भाग लिया। वोटिंग के दिन लग रहा था कि लोगों के अंदर उबल रहे गुस्से से पहले की शांति का दिन था। 28 तारीख के बाद 29 तारीख को लोगों ने थाना पर हंगामा किया, आगजनी हुई।
प्रशासन का पूरा खुफिया विभाग विसर्जन के दिन भी लोगों की भावना नहीं समझ सका और चुनाव के दिन की शांति को भी भांप नहीं पाया। नतीजा तीसरे दिन मुंगेर जल उठा।
लखीसराय समेत पास के दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाने की है तैयारी
मुंगेर पुलिस बिगड़े हालात पर काबू पाने में अब तक असफल रही है। इस कारण पास के दूसरे जिलों की पुलिस फोर्स को अलर्ट किया गया है। लखीसराय, जमुई और शेखपुरा से पुलिस फोर्स को जल्द ही मुंगेर बुलाया जा सकता है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का सख्त पहरा लगाए जाने की तैयार चल रही है।
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