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मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमितों ने की भूख हड़ताल, अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप

हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में गुरुवार को कोरोना संक्रमितों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी. इस दौरान संक्रमितों ने अस्पताल प्रबंधन पर मरीजों के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
हजारीबाग:मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में गुरुवार को कोरोना संक्रमित मरीजों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी. इस दौरान मरीजों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. सूचना पर मौके पर पहुंची मजिस्ट्रेट प्रीति किस्कू ने अस्पताल में हालात की जानकारी ली.
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज कराया जा रहा है. मरीजों का आरोप है कि कई मरीजों को 20 दिनों से यहां रखा गया है पर उनकी जांच रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी जा रही है. वहीं कुछ मरीजों को 4 दिन के अंदर ही निगेटिव बताकर छोड़ दिया गया. कुछ ऐसे भी मरीज हैं, जिन्हें कोरोना संक्रमण नहीं होने के बावजूद कोविड वार्ड में रखा गया है. हालांकि जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें आनन-फानन में जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. मरीजों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीजों का आयुष्मान कार्ड बनवाया जा रहा है और उससे पैसे की निकासी भी की जा रही है. मरीजों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों के लिए गाइडलाइन के अनुसार भोजन भी नहीं उपलब्ध करा रहा है. अस्पताल के चारों ओर गंदगी का अंबार है और शौचालय में लाइट
भी नहीं है. इस ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए उन्होंने गुरुवार को भूख हड़ताल शुरू की है.
मरीजों की संख्या बढ़ने से दिक्कत
सूचना पर पहुंचीं मजिस्ट्रेट प्रीति किस्कू ने बताया कि अस्पताल में मरीजों के लिए सभी तरह की सुविधाएं मौजूद हैं और साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है. वहीं, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉक्टर संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लोगों का बेहतर इलाज किया जा रहा है. मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, इसलिए शौचालय साफ करने में समस्या आ रही है. इसके बावजूद भी तीन-तीन बार शौचालय को साफ कराया जा रहा हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि मरीजों को समय पर भोजन दिया जा रहा है. मेडिकल कॉलेज से अब तक लगभग 200 मरीज स्वस्थ
होकर अपने घर भी जा चुके हैं.