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मानसून सत्र के आखिरी दिन सरना कोड सदन से नहीं हुआ पारित, आदिवासियों की भावना से जुड़ा है सरना धर्म कोड

झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन सरना कोड पास नहीं हुआ. इसको लेकर मंत्री रामेश्वर उरांव ने भरोसा दिया कि जल्द प्रस्ताव भेजा जाएगा. इसको लेकर विधायक बंधू तिर्की ने बताया कि सरना धर्म कोड आदिवासियों की भावना से जुड़ा है इसलिए इसमें देरी करना उचित नहीं है.

रांचीः विभिन्न आदिवासी सामाजिक संगठन की ओर से लंबे समय से सरना धर्म कोड की मांग की जा रही है. झारखंड विधानसभा में मानसून सत्र के अंतिम दिन सरना धर्म कोड सदन के अंदर पारित करने की कयास भी लगाए जा रहे थे लेकिन सरना धर्म कोड पारित नहीं किया गया.
वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है सरना धर्म कोड की अनुशंसा भेज दी जाएगी यह प्रक्रिया सत्तर से पहले शुरू हो जाएगा जल्दी अनुशंसा भेज दी जाएगी.
वहीं विधायक बंधु तिर्की ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरना धर्म कोड को लेकर अपनी संवेदना दिखाई है. अगर जरूरत पड़े तो जल्द ही शीतकालीन सत्र से पहले विशेष सत्र बुलाकर इसकी अनुशंसा भेज दी जाए, क्योंकि सरना धर्म कोड आदिवासी सरना धर्मावलंबियों के भावना से जुड़ा हुआ है, उनकी पहचान का मामला है. इसलिए आदिवासियों को बहुत ज्यादा बहला फुसला कर और लटकाकर नहीं रखना चाहिए.