पूरे देश में महंगाई सातवें आसमान पर है. इन दिनों आलू की कीमतों के साथ-साथ हरी सब्जियों की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है, जिससे आम जनता की थाली से सब्जी गायब होने लगी है. बाजारों में आलू की कीमत 35 से 38 रुपये प्रति किलो हो गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जमशेदपुर: जनता पर लगातार महंगाई की मार पड़ रही है. इन दिनों अब आलू की कीमत भी आसमान छूने लगी है. बंगाल उत्पादित आलू का भाव लोगों को रुला रहा है. मंडी के थोक विक्रेता का कहना है कि बंगाल में उत्पादन कम होने की वजह से आलू महंगा हो गया है, नवंबर में नई फसल आने तक आलू का भाव बढ़ा रहेगा, जबकी ग्राहकों का कहना है लॉकडाउन में आलू का भाव सस्ता था, अनलॉक में आलू का भाव ऊंचाई पर है, जिसका बजट पर असर पड़ रहा है.
जमशेदपुर के बाजार में इन दिनों हरी सब्जियों से लेकर आलू प्याज तक के भाव में काफी बढ़ोतरी हुई है. लॉकडाउन के दौरान आलू का भाव कम 14 से 16 रुपए प्रति किलो था, जबकि प्याज की कीमत में काफी उछाल आई थी. बाजार में प्याज 100 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा था, लेकिन अब बाजारों में प्याज की कीमत घटकर 20-30 रुपये प्रति किलो हो गया है. वर्तमान में बाजार में आलू की कीमत 35 से 38 रुपये प्रति किलो हो गया है. वहीं हरी सब्जियां भी महंगी हो गई है, जिससे आम जनता परेशान है.
जमशेदपुर के खास महल स्थित मंडी में थोक विक्रेताओं के पास आलू की कमी है. थोक विक्रेता बताते हैं कि बंगाल में उत्पादित आलू झारखंड, बिहार, ओडिशा और कई प्रदेशों में भेजा जाता है, उत्पादन कम होने की वजह से बंगाल में आलू का भाव बढ़ गया है, जिसके कारण महंगी कीमत पर आलू का आवक हो रहा है. थोक विक्रेता बापी ने बताया कि पिछले कई दिनों से लगातार आलू की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है, महंगा होने के बावजूद भी आलू मंगाना पड़ रहा है और इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है.
नवंबर में आलू की कीमत घटने की उम्मीद
मंडी के थोक विक्रेता बालकृष्ण प्रसाद बताते हैं कि जमशेदपुर शहर में प्रतिदिन सिर्फ 4 से 5 ट्रक आलू बंगाल से मंगाया जाता है, बंगाल में सिर्फ 30% ही आलू शेष रह गया है और उस आलू का पूरे देश में सप्लाई होना है. वह बताते हैं कि नवंबर महीने तक आलू के भाव में वृद्धि होगी, नवंबर के अंतिम सप्ताह के बाद आलू के भाव में गिरावट होने की संभावना है, यही स्थिति प्याज की भी बनी रहेगी, नई फसल आने के बाद लोगों को आलू के भाव से राहत मिलेगी. आलू के भाव में उतार-चढ़ाव को देखते हुए फुटकर विक्रेता संशय में हैं. अगले दिन भाव कहीं बढ़ नहीं जाए इसे देखते हुए वह आलू का स्टॉक रख रहे हैं, लेकिन उन्हें इस बात का भी डर है कि भाव गिरने से उन्हें नुकसान भी होगा. फुटकर विक्रेता विशाल यादव ने बताया कि आलू की बिक्री में कमी आई है, 4 -5 किलो आलू खरीदने वाले ग्राहक 1 से 2 किलो आलू ही खरीद रहे हैं. मौसम की मार हो या फिर महंगाई की मार इसका असर आम जनता के जेब पर ही पड़ता है. आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लोग हर दिन इस्तेमाल करते हैं. आलू गरीब की थाली से लेकर अमीर की थाली की पहली पसंद होती है, लेकिन आज आलू का भाव आम जनता को रुलाने पर मजबूर कर रहा है. ग्राहक बताते हैं कि बाजार में सब्जियां महंगी है, लॉकडाउन में जब सब कुछ बंद था तब आलू सस्ता था अब स्थिति सामान्य जैसी है और आलू की कीमत बढ़ी हुई है, ऐसे में कम मात्रा में आलू खरीद रहे हैं, लेकिन जेब पर इसका सीधा असर पड़ा है. जमशेदपुर में आलू के थोक विक्रेता की संख्या-12
लॉकडाउन में आलू की कीमत 800 रुपये पैकेट (50 किलो)
बाजार में खुदरा भाव 17 से 18 प्रति किलो
वर्तमान में आलू की कीमत 1450 रुपये पैकेट (50 किलो)
बाजार में खुदरा भाव 34 से 36 रुपये प्रति किलो
मंडी में प्रतिदिन आलू की आवक- पांच ट्रक आलू प्रतिदिन
बाजार में प्याज और हरी सब्जियों के भाव
प्याज 32 रुपये प्रति किलो
बैगन 40 रुपये प्रति किलो
मूली 60 रुपये प्रति किलो
नेनुआ 50 रुपए प्रति किलो
लौकी 30 से 40 रुपये प्रति किलो टमाटर 80 रुपये प्रति किलो
एक फूलगोभी की कीमत 30 से 40 रुपये
भिंडी 30 रुपये किलो
करेला 60 रुपये प्रति किलो
पटल 40 रुपये प्रति किलो
हरी मिर्च 80 रुपये किलो
शिमला मिर्च 80 रुपये किलो
बरबटी 60 रुपये किलो
सम्बंधित समाचार
झारखंड की धरती पर बंगला देश का साया: घुसपैठ की काली छाया – मुकेश मित्तल
बंगला देश में कट्टरपंथियों के द्वारा हिंदुओं के ऊपर किये जा रहे अत्याचार के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन और मारवाड़ी समाज ने भारत सरकार से किया अविलंब हस्तक्षेप की मांग
राखी एडिट मेले का समापन समारोह भारी बारिश के बावजूद जबरदस्त प्रतिक्रिया