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जमशेदपुर की सुधि सनातनी धर्म के मानने वाले लोगों रामनवमी झंडा विसर्जन में हुई बाधा पर सभी राजनैतिक दलों द्वारा और नेताओं के द्वारा अलग अलग ढंग और अलग अलग कहानी सोशल मीडिया और अखबारों में आ रही है, जो मतदाता और जनता को लुभाने का हथकंडा अपनाया जा रहा है-राजेश कुमार झा

जमशेदपुर की सुधि सनातनी धर्म के मानने वाले लोगों
रामनवमी झंडा विसर्जन में हुई बाधा पर सभी राजनैतिक दलों द्वारा और नेताओं के द्वारा अलग अलग ढंग और अलग अलग कहानी सोशल मीडिया और अखबारों में आ रही है, जो मतदाता और जनता को लुभाने का हथकंडा अपनाया जा रहा है
इस पहलु पर राजेश कुमार झा ने कहा कि हमरा विचार थोड़ा अलग है रामनवमी झंडा विसर्जन के पुर्व शायद जो अखबारों और चैनलों से मैं सुना था कि जिला प्रशासन द्वारा एक सामूहिक बैठक आयोजित की गई थी, बैठक में रूप रेखा तैयार भी की गई जिला प्रशासन द्वारा सभी पहलु पर चर्चा भी हुई श्री झा के जानकारी के अनुसार अखाड़ा समिति, शांति समिति के लोग थे और जितना मुझे समझ आता है कि किसी न किसी अखाड़ा समिति से शहर के तमाम नेता जुड़े हुए हैं और नहीं भी जुड़े हैं तो अखबारों और चैनलों के माध्यम से उस बैठक की सभी जानकारियां उपलब्ध हो गई थी पर किसी राजनैतिक दलों, समाजसेवी संस्थाओं, हिंदु संगठनों ने और जन प्रतिनिधियों ने बैठ कर उसका विरोध किया और न ही चर्चा ही कि ऐसा क्यों क्या चाहते थे कि शासन प्रशासन रोक लगाए और मैं राजनैतिक लाभ उठाऊं, श्री बाल मंदिर के वाहन को जब्त करने के बाद ही निंद्रा क्यों टूटी, इसके पीछे क्या मंशा रही, क्या हिन्दुत्व को तार तार करवाना, हिंदुओं का चीर हरण करवा उस पर राजनिति करने की मंशा थी, आज आपसी दोषा रोपण, प्रशासन पर दोषारोपण कर चर्चित होने की एक नई विधि अपनाई गई है जो सरासर ग़लत और हिन्दुओं की भावनाओं पर कुठाराघात नहीं है, जब हिंदुत्व, धर्म और पुजा पाठ में भी एक मंतव्य नहीं रख पा रहे तो राजनीति और जनता की सेवा खाक करेंगे अब क्या जमशेदपुर कि जनता, युवा छात्र को उन्माद पैदा कर गलत दिशा की ओर ले जाना चाहते हो, युवा छात्र और समाज के प्रबुद्ध वर्ग को एसे राज नेता और तथाकथित हिंदुओं के मार्गदर्शक के बहकावे में नहीं आना चाहिए