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झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन कोविड-19 पर चर्चा, महामारी पर चर्चा सार्थक नहींः सरयू

झारखंड विधानसभा मानसून सत्र का अंतिम दिन कोविड 19 पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि कोविड-19 को लेकर जितनी गंभीर चर्चा होनी चाहिए उतनी गंभीर चर्चा सदन के अंदर नहीं हुई, इसलिए महामारी पर जितनी चर्चा हुई उसे सार्थक नहीं कहा जा सकता है. जबकि स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना को लेकर कंधे-से-कंधा मिलाकर लड़ने की बात कही.झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन कोविड-19 पर चर्चा हुई

रांचीः झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के आखिरी दिन कोरोना को लेकर व्यापक सदन में चर्चा हुई. इसमें कोविड-19 के मुद्दे पर सरकार की ओर से उठाए गए कदम पर चर्चा की गई. वहीं सदन की कार्रवाही के बाद पत्रकारों से मुखातिब होते हुए निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सदन की कार्यवाही को संतोषजनक बताया कोविड-19 पर चर्चा सार्थक नहीं वहीं उन्होंने कहा कि कोविड-19 को लेकर जितनी गंभीर चर्चा होनी चाहिए, उतनी गंभीर चर्चा सदन के अंदर नहीं हुई. इसलिए महामारी पर जितनी चर्चा हुई उसे सार्थक नहीं कहा जा सकता है.
वहीं सदन के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से दृढ़ संकल्पित है. सरकार पक्ष विपक्ष दोनों की भावनाओं को लेकर जनहित में कदम उठाने को लेकर सरकार की सोच है और कहीं पर भी यह नहीं सोचते हैं कि विरोधाभास है. वर्तमान में कोरोना महामारी है उसके रिकवरी रेट लगातार बढ़ी है, मोटिलिटी रेट कम हुई है और धीरे-धीरे इस संकट से उभरने के लिए प्रयत्नशील है. इसलिए सरकार ने खुले मन और हृदय से विरोधियों की बातों को भी सुना. विपक्ष की बातों को भी सुना उनकी बातों को जो अच्छे आए हैं उनका अनुसरण किया जाएगा. हमारी सरकार
पूरी वचनबद्ध और दृढ़ता के साथ और एक साथी को सम्मान देते हुए कदम बढ़ाएगी.