झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

झारखंड के क्‍वारंटाइन सेंटर में ऐश-मौज, बने शारीरिक संबंध,जाने कैसे गर्भवती हुईं 3 तब्‍लीगी महिलाएं

रांची: गौरतलब है कि लॉकडाउन व वीजा नियमों के उल्लंघन के मामले में तब्लीगी जमात के 17 विदेशी नागरिकों के विरुद्ध रांची के हिंदपीढ़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज है। इस मामले में सभी विदेशी नागरिक गिरफ्तार किए गए थे। तीनों महिलाएं उनके पति और अन्य विदेशी 30 मार्च से खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में थे, जहां से 20 मई को सभी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भेजे गए थे। हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को सभी जेल से बाहर निकले तो पता चला कि तीन महिलाएं तीन माह की गर्भवती हैं। दो माह पूर्व जेल में जाने से पूर्व महिलाओं ने बताया था कि वे एक-एक माह की गर्भवती हैं, जबकि वे 50 दिनों से क्वारंटाइन सेंटर में थीं।

झारखंड हाई कोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आए तब्लीगी जमात से जुड़े 17 विदेशी नागरिक रांची में ही ठिकाना बनाकर रह रहे हैं। नौ पुरुष कडरू स्थित एक घर में ठहरे में हैं। जबकि आठ लोग (चार दंपती) गुदड़ी चौक मिशन रोड में रह रहे हैं। स्थानीय तब्लीगी जमात के लोगों ने ही उनके रहने की व्यवस्था की है।

15 जुलाई को हाईकोर्ट से इन्हें इस शर्त पर जमानत मिली थी कि जब तक केस समाप्त नहीं हो जाता, कोई भी विदेशी भारत छोड़कर नहीं जाएगा। 17 विदेशियों में से मलेशिया की एक 22 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी। झारखंड में कोरोना संक्रमण का यह पहला मामला था। निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक आयोजन में शामिल होकर ये सभी ट्रेन से रांची आए थे। इन पर लॉकडाउन और वीजा उल्लंघन का मामला दर्ज है।

जानें कैसे गर्भवती हुईं 3 तब्‍लीगी महिलाएं

रांची के खेलगांव क्‍वारंटाइन सेंटर में जिन 3 तब्‍लीगी महिलाओं के गर्भवती होने के मामले ने देश-दुनिया में सुर्खियां बटोरी हैं, उसके पीछे सबसे बड़ी वजह शारीरिक दूरी के अनुपालन के बदले शारीरिक संबंध बनाने को कहा जा रहा है। इन महिलाओं के बीते दिन जेल से छूटने के बाद जो ताजा मेडिकल रिपोर्ट आया है, उसके मुताबिक ये तीनों महिलाएं खेलगांव

क्‍वारंटाइन सेंटर में रहते हुए ही गर्भवती हुई हैं।

रांची पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इन सभी विदेशियों को इस साल 30 मार्च को हिरासत में लिया गया था। इसके बाद सभी को खेलगांव के क्‍वारंटाइन सेंटर में रखा गया। न्‍यायिक प्रक्रिया के तहत इन पर महामारी एक्‍ट में मुकदमा दर्ज होने के बाद अदालत ने 18 अप्रैल को ज्‍यूडिशिय कस्‍टडी में भेज दिया। करीब 50 दिनों के बाद 20 मई को सभी 17 विदेशी मौलवियों को रांची के बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया, जहां 3 महिलाओं में से 2 ने एक माह का गर्भ होने की जानकारी मौखिक तौर पर जेल प्रशासन को दी। इधर 21 जुलाई, मंगलवार को सभी को झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया, इसके बाद क्‍वारंटाइन से जेल तक 3 तब्‍लीगी महिलाओं के गर्भवती मिलने की खबर का खुलासा हुआ।

जांच का आदेश

खेल गांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में तबलीगी जमात की 3 महिलाओं के गर्भवती होने के मामले में रांची के उपायुक्त ने अपर समाहर्ता को जांच का आदेश दिया है। अभी-अभी उपायुक्त ने फोन पर झारखंड वाणी के मुख्य संपादक को बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। उस समय खेल गांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर के जो अफसर प्रभारी थे, उनसे पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी। जो दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।