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झोलाछाप क्लीनिक-डॉक्टर्स का फैलता जाल, मरीज की जान से हो रहा है खिलवाड़

पलामू में फर्जी डॉक्टर और क्लीनिक का बड़ा नेटवर्क है, जो ग्रामीण इलाके में काफी सक्रिय है और उनको निशाना बनाकर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा है. पलामू स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे झोलाछाप क्लीनिक पर नकेल कस रही है.

पलामूः जिला में फर्जी डॉक्टर्स मरीजों का बड़ा से बड़ा ऑपरेशन कर रहे हैं और छोटी से छोटी बीमारियों के लिए भी मरीजों का ऑपरेशन किया जा रहा है. पलामू में फर्जी डॉक्टर और क्लीनिक का बड़ा जाल है, जो ग्रामीण इलाके में सक्रिय हैं. क्लीनिक में काम करने वाले डॉक्टर से लेकर नर्सिंग स्टाफ तक फर्जी हैं, बिना किसी डिग्री के क्लीनिक में लोग खुद को डॉक्टर बताकर दवाइयां लिख रहे हैं. पलामू का छतरपुर, हुसैनाबाद, पांकी, लेस्लीगंज इलाके में ऐसे झोलाछाप क्लीनिक धड़ल्ले से काम कर रहे हैं.
छतरपुर के एक फर्जी क्लीनिक में बिना चेकअप के ही आठ वर्षीय बच्चे का हर्निया का ऑपरेशन किया गया. बच्चा हुसैनाबाद के दंगवार का रहने वाला है और पेट दर्द से परेशान था. इसी तरह एक निजी क्लीनिक में खुद को बड़ा डॉक्टर बता कर एक महिला का सिजिरियन किया गया. महिला सतबरवा के ताबर की रहने वाली है. इसी तरह कई महिलाओं के बच्चादानी तक निकाल ली गई है.
फर्जी डॉक्टर मरीजों का बड़े पैमाने पर हर्निया, बच्चेदानी का ऑपरेशन कर रहे हैं जबकि बड़े पैमाने पर सिजिरियन प्रसव भी करवाया जा रहा है. फर्जी डॉक्टर्स और क्लीनिक के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है कि उन्होंने कितना का ऑपरेशन किया बिना जांच और उपकरण के ऑपरेशन किया जा रहा है. फर्जी डॉक्टर बन मरीजों का इलाज करने के आरोप में हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति ने झारखण्ड वाणी संवाददाता को बताया कि वे हर तरह का ऑपरेशन करते हैं, जरूरत पड़ती है तो बाहर से भी कुछ लोगों को बुलाया जाता है.
पलामू सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ कैनेडी ने मामले में छतरपुर की तीन निजी क्लीनिक को सील किया और मौके से दस से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. सिविल सर्जन बताते हैं कि फर्जी डॉक्टर अधिकतर ग्रामीणों और भोले भाले लोगो को निशाना बना रहे हैं. यह बच्चेदानी के साथ साथ हर्निया का भी ऑपरेशन कर डालते हैं. मामले में स्वास्थ्य विभाग ने करवाई करना शुरू कर दिया है. पूरे पलामू में एक साथ बड़ी कार्रवाई की जानी है.