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हजारीबाग में ग्रामीणों ने श्रमदान कर बनाया सड़क, जनप्रतिनिधियों के खिलाफ आक्रोश

हजारीबाग में विजैया पंयायत तक आज भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पाया है. गांव में जर्जर सड़क से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी. सड़क निर्माण के लिए ग्रामीणों ने कई बार सांसद और विधायक से गुहार लगाई, लेकिन आज तक किसी ने सुध नहीं ली. थक हार कर ग्रामीणों ने आपस में ही चंदा इकट्ठा कर और श्रमदान कर सड़क को चलने लायक बनाया है.

हजारीबाग: जिले के बरही प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर विजैया पंचायत आज भी बुनियादी सुविधाओं से अछूता है. गांव में शिक्षा से लेकर सड़क तक के बेहतर सुविधा नहीं है. गांव में सड़क निर्माण के लिए ग्रामीण सांसद और विधायक से कई बार सड़क निर्माण को लेकर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने पहल नहीं की, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने खुद से चंदा इकट्ठा कर श्रमदान कर सड़क को चलने लायक बना कर
सरकार को आइना दिखाने का काम किया है.
ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद विधायक सिर्फ चुनाव के समय आ कर वोट ले लेते हैं, उसके बाद जनता की समस्या से उनका कोई लेना देना नहीं होता है, यह सड़क इस पंचायत को बरकट्ठा विधानसभा से 10 से अधिक गावों को जोड़ती है, बरसात में सड़क की स्थिति काफी जर्जर हो गई है, जिससे आए दिन घटना होते रहती है. ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनों में चप्पल को हाथ में लेकर सड़क पार करना पड़ता है. वहीं समाजसेवी कयूम अंसारी ने भी जनप्रतिनिधियों पर अनदेखी करने का आरोप लगाया है.
ग्रामीण एक तरफ कोरोना से त्रस्त हैं वहीं उन्हें जर्जर सड़क से भी काफी परेशानी हो रही थी. इसे लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से ही सड़क को चलने लायक बनाया है.