हजारीबाग में बालू का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. बालू माफियाओं के खिलाफ उत्खनन विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. इसके बावजूद बालू का गोरखधंधा नहीं रुक रहा है. चोरी का बालू बेचने से जहां एक ओर राजस्व का नुकसान हो रहा है. वहीं दूसरी ओर पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है.
हजारीबाग: जिले में बालू का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है. हर दिन किसी न किसी थाने में बालू लदी हुई गाड़ी पकड़ी जा रही है. इसके बावजूद यह गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में अब उत्खनन विभाग टास्क फोर्स के जरिए सख्ती से कार्रवाई करने की तैयारी में है. दूसरी ओर आम लोगों से अपील भी की जा रही है कि वह सरकार के बनाए गए दो प्वॉइंट से ही बालू खरीदें.
बालू का एक बड़ा सिंडिकेट इन दिनों हजारीबाग में काम कर रहा है. आए दिन बालू लदी गाड़ी पकड़ी जा रही है. चोरी का बालू बेचने से जहां एक ओर राजस्व का नुकसान हो रहा है. वहीं दूसरी ओर पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है. ऐसे में अवैध बालू कारोबारियों पर शिकंजा कसने के लिए खनन टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है, जो कार्रवाई कर रही है. हजारीबाग में प्रशासन ने 14 बालू स्टॉक प्वॉइंट भी बनाए हैं, लेकिन इसका उपयोग आम जनता नहीं कर रही है. उत्खनन विभाग का मानना है कि जरूरतमंद बालू अगर खरीदते हैं तो वह ऑनलाइन बुकिंग ले सकते हैं और स्टॉक प्वॉइंट से खरीद सकते हैं, ताकि कालाबाजारी पर रोक लग सके
खनन विभाग का यह भी कहना है कि हम लोग हर दिन कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन अवैध बालू कारोबारियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि कार्रवाई करने के बावजूद इनका गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है. खनन विभाग ने अब गाड़ी सीज कर एफआईआर दर्ज करने की भी प्रक्रिया तेज कर दी है, ताकि बालू के अवैध खेल को रोका जा सके. हजारीबाग जिले का कुछ क्षेत्र ऐसा है जो बालू के अवैध कारोबारियों का गढ़ माना जाता है, जिसमें बड़कागांव भी शामिल है.
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