झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

हिन्‍दू जनजागृति समिति की ओर से उपायुक्त रांची को मांग पत्र सौंपा

हिन्‍दू जनजागृति समिति की ओर से उपायुक्त रांची को मांग पत्र सौंपा

श्रद्धा वालकर तथा निधि के हत्‍यारे आफताब और सूफियान को तत्‍काल फांसी देकर राष्‍ट्रीय स्‍तर पर एक सख्‍त ‘लव जिहाद विरोधी कानून’ बनाने की एवं कॉन्वेंट विद्यालयों और चर्चप्रणित अनाथालयों में अल्पायु लडकियों और लड़कों पर यौन अत्याचार करने वालों पर कठोर कार्रवाई की मांग

रांची – पालघर के हत्‍यारे आफताब पूनावाला ने मुंबई की हिन्‍दू लड़की श्रद्धा वालकर की क्रूरता से उसके 35 टुकड़े कर हत्‍या की इसी प्रकार लखनऊ की एक लड़की निधि को धर्मांतरण के लिए डेढ वर्षों तक दबाव डालते हुए सूफियान ने चौथी मंजिल से फेंककर उसकी हत्‍या कर दी इस घटना से लव-जिहादियों की हवस, क्रूरता और विकृत मानसिकता का पता चलता है हिन्‍दू लड़कियों को झूठे नाम और झूठी पहचान बताकर, महंगे उपहार और अच्‍छी रहने की स्‍थिति दिखाने जैसे अनेक माध्‍यमों से प्रेम के जाल में फंसाकर, उनका धर्मांतरण कर शोषण किया जाता है वर्ष 2006 से 2009 तक लगभग 3 से 4 हजार युवतियों का ‘लव जिहाद’ के द्वारा बलपूर्वक इस्‍लाम में धर्म परिवर्तन किया गया
दूसरी ओर राज्य के चर्चप्रणित अनाथालयों और काॅन्वेंट विद्यालयों में अल्पायु लडकियों का यौन शोषण की घटनाएं दुर्भाग्यजनक है। सितम्बर 2022 में सीवूड्स नई मुंबई के ‘बेथेल गॉस्पेल चैरिटेबल ट्रस्ट’ द्वारा संचालित अनाथालय में अनेक अल्पायु लडकियों पर यौन अत्याचार करने के प्रकरण में वहां के पास्टर बेशुदासन को गिरफ्तार किया गया था। इसी प्रकार की घटनाएं पुणे जिले के हडपसर में भी हुई हैं। इसमें अनेक शहरों में 17 विद्यालय चलाने वाले बिशप एवं पादरियों द्वारा छोटे बच्चों पर यौन अत्याचार किए जाने की अनेक अभिभावकों ने शिकायतें की हैं। कुल मिलाकर सेवा भावी कार्य की आड़ में चल रही वासनांधता मानवता को कालिख पोतने वाली तथा शिक्षा क्षेत्र को कलंकित करने वाली है ऐसी घटनाएं कुछ ही विद्यालयों में ही हो रही हैं, ऐसा नहीं है; अपितु उसकी गहराई और अधिक बड़ी होने की संभावना है। अल्पायु लडकियों लड़कों पर यौन तथा अन्य प्रकार के अत्याचार करना पॉक्सो कानून के अनुसार, साथ ही ‘बाल अधिकार संरक्षण कानून 2005 के अनुसार गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं
परिस्थिति की भयावहता को देखते हुए राष्‍ट्रीय स्‍तर पर उत्तर प्रदेश में लागू लव जिहाद कानून समान ‘लव जिहाद कानून’ बनाना, ‘धर्मांतरण विरोधी कानून’ लागू करना साथ ही अल्पायु बच्चों पर अत्याचार करने के प्रकरण में दोषी पाए गए व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही नितान्त आवश्यक है
इस गंभीर समस्‍या के समाधान हेतु हिन्‍दू जनजागृति समिति की ओर से उपायुक्त रांची के माध्‍यम से गृहमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन देकर निम्न मांगें रखी गई हैं :

1.श्रद्धा वालकर और निधि के हत्यारे लव जिहादी क्रूर आफताब एवं सूफियान को फांसी की सजा दी जाय!
2.‘लव जिहाद विरोधी अधिनियम’ और ‘धर्मांतरण निषेध अधिनियम’ पूरे भारत में शीघ्रातीशीघ्र लागू हो!
3. सरकार को ‘लव जिहाद’ के लिए विदेशों से मिल रही आर्थिक सहायता, युवतियों की तस्‍करी और आतंकवादी गतिविधियों के लिए उसके उपयोग की जांच हो और दोषियों के विरुद्ध सख्‍त कार्रवाई की जाय।
4. लव जिहाद की घटनाओं में संलिप्‍त पाए जाने पर मदरसों और मस्‍जिदों पर तत्‍काल प्रतिबंध लगाया जाय।
5. अल्पायु बच्चों पर अत्याचार करने के प्रकरण में जांच कर दोषी पाए गए व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाई की जाय और कॉन्वेंट विद्यालयों तथा चर्चप्रणित अनाथालयों के न्यासियों पर अपराध पंजीकृत कर उन संस्थाओं की अनुमति रद्द की जाए।
ज्ञापन देने हेतु हिन्दूत्वनिष्ट ज्योति ठक्कर, अनीता केसरी, आलोक केसरी एवं राजीव सिंह एवं समिति की पूजा चौहान उपस्थित थे

शंभू गवारे पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत राज्‍य‍ समन्वयक‍ हिन्दू जनजागृति समिति