झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

गिरिडीह में ग्रामीणों का हंगामा और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन, धनेश्वर महतो की मौत मामले में कार्रवाई नहीं होने से लोगों में रोष

गिरिडीह में ग्रामीणों का हंगामा और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन, धनेश्वर महतो की मौत मामले में कार्रवाई नहीं होने से लोगों में रोष
धनेश्वर महतो की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. बुधवार देर शाम गिरिडीह में ग्रामीणों का हंगामा और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. हत्या की आशंका और मामले में नामजद आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने को लेकर लोगों में पुलिस के खिलाफ नाराजगी है. 8 मार्च होली के दिन बगोदर थाना क्षेत्र से संदिग्ध परिस्थितियों में शव पाया गया था जिसकी पहचान नवाडीह के धनेश्वर महतो के रूप में हुई थी.
गिरिडीहः हत्याकांड के अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है. बुधवार को लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला. साथ ही मामले में कार्रवाई नहीं किए जाने पर लोगों ने नाराजगी जताई.
बगोदर थाना क्षेत्र के नावाडीह के रहने वाले धनेश्वर महतो की होली के दिन संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी. इसके बाद परिजन के द्वारा बगोदर थाना में नामजद अभियुक्तों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया गया था लेकिन अब तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई. इससे ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश है. गिरफ्तारी नहीं होने के खिलाफ ग्रामीण सड़क पर उतर कर पुलिस के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं.
इसीको लेकर बुधवार को देर शाम मशाल जुलूस के साथ सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतर आए और अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने का विरोध किया. इस प्रदर्शन में शामिल लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जुलूस के माध्यम से उन्होंने आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की. नावाडीह गांव से जुलूस चलकर बगोदर थाना होते हुए बगोदर बाजार का भ्रमण किया. इस दौरान बस स्टैंड में नुक्कड़ सभा की गई.
मशाल जुलूस का नेतृत्व कर रहे भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य परमेश्वर महतो ने कहा कि नावाडीह गांव के धनेश्वर महतो की मौत हुए एक महीना बीतने को है. होली के दिन आठ मार्च को संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था. वह अपने सहिया के घर विवेकनगर वैवाहिक कार्यक्रम में गया था और वहीं उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद परिजन के द्वारा हत्या की आशंका जताते हुए मामला दर्ज कराया था लेकिन पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. बता दें कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने के खिलाफ चार दिन पूर्व भी ग्रामीणों ने बैठक कर पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताई थी. साथ ही इस मामले को लेकर आंदोलन का अल्टीमेटम दिया गया था, इसीको लेकर बुधवार को मशाल जुलूस निकाला गया