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एसपी के खिलाफ गोलबंद हुआ एसोसिएशन, प्रताड़ित करने का लगाया आरोप, एसपी ने कहा-बेबुनियाद

गढ़वा में पुलिस मेंस एसोसिएशन और पुलिस एसोसिएशन एसपी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. दरअसल, सभी लोग एसपी पर शोषण और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस मामले को लेकर महासंघ को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है.

गढ़वाः जिला पुलिस विभाग का अनुशासन तार-तार हो चुका है. एसपी की कार्रवाई के खिलाफ पुलिस ऑफिसर्स एसोसिएशन, पुलिस एसोसिएशन और पुलिस मेंस एसोसिएशन गोलबंद हो गया है. दोनों एसोसिएशन के पदाधिकारी मुखर होकर एसपी पर शोषण और प्रताड़ित करने का बड़ा आरोप लगा रहे हैं. वहीं, एसपी ने कहा कि एसोसिएशन के कुछ गिने-चुने लोग सही कार्रवाई से तिलमिला गए हैं. वे वरीय पदाधिकारी की छवि को धूमिल कर घोर अनुशासनहीनता दिखा रहे हैं. इस कृत्य के लिए कार्रवाई का प्रावधान है.
बता दें कि श्रीकांत एस खोटरे ने गढ़वा जिले में एसपी के रूप में पदस्थापित होने के बाद पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को दो टूक शब्दों कहा था कि जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरें. शिकायत मिलने पर चाहे जो हो कार्रवाई की जाएगी. एसपी ने पुलिस पदाधिकारियों और जवानों के खिलाफ मिल रही शिकायतों पर जांच के बाद कार्रवाई शुरू कर दी. एसपी की इस कार्रवाई से एक-दूसरे के खिलाफ आमने-सामने की लड़ाई लड़ रहे पुलिस मेंस एसोसिएशन और पुलिस एसोसिएशन के लोग अब एक प्लेटफॉर्म पर आ गए हैं और उन्होंने एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एसपी पर कई संगीन आरोप मढ़ते हुए शोषण करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का बड़ा आरोप लगा दिया.
पुलिस एसोसिएशन और पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपने महासंघ को एक पत्र लिखा है, जिसकी एक प्रतिलिपि पलामू के डीआईजी को भी भेजी गई है. पत्र में एसपी पर कई आरोप लगाया गया है, जो इस प्रकार हैं
.छोटे-छोटे आरोप को लेकर अभी तक 90 पुलिस पदाधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई.
• 42 पदाधिकारियों को अनावश्यक रूप से कार्रवाई करते हुए उन्हें उनके पद से हटाना और उग्रवाद प्रभावित थाना और पिकेट में उनका मुख्यालय बनाना.
• जनता की शिकायत पर बिना जांच किए कार्रवाई करना.
• थानेदार और पुलिस इंस्पेक्टर को बुलाकर 3-4 घंटे तक डांट फटकार करना.
• पुलिस पदाधिकारी और जवानों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना और उनका मनोबल गिराना.
• ढाई माह से शस्तिका कक्षा का आयोजन नहीं करना.
.50 वर्ष से अधिक उम्र के पदाधिकारियों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पदस्थापित और प्रतिनियुक्त करना.
• 5-6 माह से वेतन सहित कई समस्याओं का निस्तारण नहीं करना.
• छोटी-छोटी गलतियों पर बड़ी कार्रवाई करना.
• रात्रि में 2-3 बजे तक अनावश्यक रूप से गोपनीय शाखा रोकना, जलील करना और मानसिक प्रताड़ना देना.
• एसोसिएसन के पदाधिकारियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करना.
पुलिस एसोसिएशन के गढ़वा जिला अध्यक्ष सार्जेंट मेजर आनंद राज खलखो और पलामू मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुशवाहा ने कहा कि एसपी उनका शोषण कर रहे हैं और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में काम करना संभव नहीं है. वे अपने महासंघ को कार्रवाई के लिए पत्र भेजे हैं, उसकी एक प्रतिलिपि पलामू के डीआईजी को भी भेजी गई है. एसपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा
एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप प्रमाणहीन हैं. एसोसिएशन के पदाधिकारी जिन पर गंभीर प्रकृति के आरोप लगे थे, उनकी जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. उनके खिलाफ कई अन्य आरोप भी लगे हैं. जिनकी जांच शुरू कर दी गई है. इससे वे कुछ गिने-चुने लोग घबरा गए हैं. वे पत्र और सोशल मीडिया में भ्रामक तथ्य डालकर वरीय पदाधिकारी की छवि धूमिल कर रहे हैं. यह घोर अनुशासनहीनता है. इसके तहत कार्रवाई सुनिश्चित है.