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एमजीएम में सफाईकर्मियों की मौत के बाद मुआवजे की मांग के लिए हड़ताल

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में कोरोना से एक सफाईकर्मी की मौत हो गई है, जिसके बाद से सफाईकर्मियों ने उनके परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. इसे लेकर अस्पताल के सभी सफाईकर्मी सोमवार को सांकेतिक हड़ताल पर रहे. सफाईकर्मियों ने एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक से मुलाकात कर वार्ता भी की है. अधीक्षक के आश्वाशन के बाद सफाईकर्मी काम पर लौटे हैं.

जमशेदपुर: शहर के एमजीएम अस्पताल में सफाईकर्मी की कोरोना से मौत हो गई है, जिसके बाद सफाईकर्मियों ने 50 लाख मुआवजा राशि की मांग की है. इसे लेकर सभी सफाईकर्मी सांकेतिक हड़ताल पर रहे. मामले में एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि सफाईकर्मी मुआवजा राशि की मांग कर रहे हैं, इस मामले में जिला उपायुक्त को पत्र के जरिए जानकारी दी गई है.
कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में 23 अगस्त को एक सफाईकर्मी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी. जिसके बाद सोमवार को सफाईकर्मियों ने मुआवजा राशि की मांग को लेकर सांकेतिक हड़ताल किया. सफाईकर्मियों ने मांग की है कि मृतक के परिवार को सरकार की घोषणा के अनुरूप 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए अन्यथा वे काम पर नहीं लौटेंगे. सफाईकर्मियों के सांकेतिक हड़ताल पर जाने से अस्पताल में साफ-सफाई का काम पूरे तरह से ठप रहा.
सफाईकर्मियों ने बताया कि सरकार ने घोषणा की है कि अगर सरकारी अस्पताल के किसी कर्मचारी, डॉक्टर या सफाईकर्मियों की कोरोना संक्रमण से मौत होती है तो उसके परिवार को 50 लाख मुआवजा दिया जाएगा.
एमजीएम अस्पताल में 230 कर्मचारी साफ-सफाई का काम करते थे. लेकिन अब कटौती करते हुए वर्तमान में सिर्फ 40 सफाईकर्मियों से काम लिया जा रहा है. ऐसे में उन लोगों पर बराबर खतरा बना रहता है. सफाईकर्मियों का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वे अभी तो सांकेतिक हड़ताल पर हैं बाद में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. सफाईकर्मियों ने एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक से मुलाकात कर वार्ता भी की है. अधीक्षक के आश्वासन के बाद सफाईकर्मी काम पर लौटे हैं.